डॉ. राजेश्वर सिंह ने किया माता तारा सिंह की स्मृति में बने कंप्यूटर लैब का शुभारंभ, डिजिटल साक्षरता पर दिया जोर

Lucknow
  • बच्चों के लिए डिजिटल शिक्षा महत्वपूर्ण, उन्हें हर सुविधा-संसाधन उपलब्ध कराना हमारा कर्तव्य : डॉ राजेश्वर सिंह
  • ग्रामीण क्षेत्रों का विकास से होगा भारत के सर्वांगीण विकास : डॉ. राजेश्वर सिंह

लखनऊ। बच्चे देश का भविष्य है, इन्हीं के कंधों में आने वाले भारत की जिम्मेदारी है। यह हमारा दायित्व है कि उनका मार्गदर्शन करें, उन्हें प्रोत्साहित करें व हर सुविधा-संसाधन उपलब्ध कराएं ताकि वो अपनी प्रतिभा और लगन से हर क्षेत्र में देश का व अपने माता-पिता का नाम रोशन कर रही है। यह बातें सरोजनीनगर विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह ने कहीं।

अम्बरगंज स्थित सेंट मैरी पब्लिक इंटर कॉलेज में डॉ. राजेश्वर सिंह पहुंचे थे। यहां उन्होंने अपनी माता तारा​ सिंह की स्मृति में स्थापित कंप्यूटर लैब का लोकार्पण किया। कार्यक्रम में डॉ. राजेश्वर सिंह ने फीता काटकर कंप्यूटर लैब का शुभारंभ किया। डॉ. राजेश्वर सिंह बच्चों को डिजिटल साक्षरता पर हमेशा जोर देते हैं। उन्होंने स्कूल को पांच कंप्यूटर सिस्टम में दिए। पहले भी डॉ. सिंह ने स्कूल को पांच कंप्यूटर सिस्टम दिए थे। कार्यक्रम के दौरान स्कूल के बच्चों ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी। यहां डॉ. सिंह ने 10वीं कक्षा के पांच टॉपर्स को टैबलेट व प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।

कार्यक्रम में डॉ. राजेश्वर सिंह ने कहा कि जब बे​टी शिक्षित होती है तो परिवार समाज व देश शिक्षित होता है। मेरी माता तारा सिंह ने 1961 में इलाहाबाद विश्वविद्यालय से इतिहास में एमए किया था। उनका व्यक्तित्व प्रभावशाली था। उनके मेहनत व समर्पण के कारण ही आज मैं आपके सामने आपकी सेवा के लिए उपस्थित हूं।

डिजिटल शिक्षा के महत्व बताते हुए डॉ. राजेश्वर सिंह ने कहा कि आने वाले समय में किताबों डिजिटली मिलेंगी, ऑफिस पेपरलेस होंगा, मीटिंग जूम पर होंगी, डाटा स्टोरेज आईक्लाउड पर होगा। आने वाली नौकरियां जैसे डाटा एनालिसिस, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, वर्चुअल रियलिटी से जुड़ीं होंगी। इसके लिए डिजिटल साक्षरता अत्याधिक आवश्यक है इसलिए हमें डिजिटल शिक्षा पर अधिक जोर देना है, अधिक से अधिक बच्चे को डिजिटली साक्षर बनाना है। उन्होंने कहा कि बच्चों को कंप्यूटर लैंग्वजेस और सॉफ्टवेयर प्रोग्रामिंग का ज्ञान होना आवश्यक है। बच्चों को सॉफ्टवेयर डेवलेंपमेंट के लिए प्रोग्रामिंग और कोडिंग भी सिखाई जानी चाहिए।