PWD में निरस्त होंगे 50 तबादले:जांच में मानकों के खिलाफ मिला ट्रांसफर

# ## Lucknow

(www.arya-tv.com)  लोक निर्माण विभाग में हुए तबादले भी अब कैंसिल होंगे। सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर बैठाई गई जांच में आया है कि करीब 50 तबादले मानकों के खिलाफ हुए हैं।

लोक निर्माण विभाग से इसकी सूची शासन और सीएम कार्यालय के लिए भेज दी गई है। ऐसे में वहां से आदेश आने के बाद सभी तबादलों को कैंसिल कर दिया जाएगा। इससे पहले डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक के विभाग के तबादले भी कैंसिल हुए है।

PWD में तबादले बहुत गलत हुए थे। 20 साल से जमे कर्मचारियों को नहीं हटाया गया जबकि 6 एक साल वाले लोगों का तबादला कर दिया गया। यहां तक की मरे हुए लोगों के तबादले भी विभाग में हुए है। इसमें भ्रष्टाचार का भी बड़ा आरोप लगा था। इसके बाद सीएम के आदेश से जांच कमिटी बनी थी।

दो दिन में हुई थी पांच बड़ी कार्यवाही
जांच में विभागीय मंत्री के OSD भी गलत पाए गए थे। उसके बाद PWD मिनिस्टर जितिन प्रसाद के OSD अनिल कुमार पांडेय को हटाया गया। यहां तक विभाग में दो दिन के अंदर जो पांच बड़ी कार्यवाही हुई थी। उसमें प्रधान सहायक संजय कुमार चौरसिया, मनोज कुमार गुप्ता, प्रमुख अभियंता एंव विभागाध्यक्ष और राकेश कुमार सक्सेना, प्रमुख अभियंता, शैलेंद्र कुमार यादव को हटाया गया।

जांच के लिए बनाई गई थी तीन IAS अफसरों की कमेटी
दरअसल, तबादलों में गड़बड़ियों की जांच करने के लिए तीन IAS अफसरों की कमेटी बनाई गई थी। उनकी रिपोर्ट के आधार पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने यह कार्रवाई की है।

तबादलों में गड़बड़ी का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि तीन साल पहले मृतक जेई का ट्रांसफर कर दिया गया था।

इससे पहले जेई घनश्याम दास कास्तवाल की तीन साल पहले मौत हो गई थी। इसके बाद भी उनका ट्रांसफर फिरोजाबाद से झांसी कर दिया गया था। इसके अलावा एक जेई का तबादला दो जिलों में किया गया। जबकि एक जगह उस नाम का कोई जेई था ही नहीं और उसका भी तबादला दिखा दिया था।

कई साल से एक ही शहर में जमे हैं
ओमप्रकाश प्रसाद 13 साल से वाराणसी मंडल हैं। अब इनको इसी मंडल के निर्माण खंड-1 वाराणसी में पोस्ट कर दिया। एक्सईएन आशीष कुमार श्रीवास्तव लखनऊ में जेई से एई और अब एक्सईएन बन गए हैं। आशीष को उसी खंड में एक्सईएन बनाया गया है। जहां पिछले कई साल से वह एई थे।

इन अधिकारियों का नहीं हुआ तबादला

  • डीडी सिंह मौर्य लखनऊ में 15 साल से हैं, लेकिन इनको नहीं बदला गया।
  • राकेश कुमार लखनऊ में 12 साल से हैं। इनका ट्रांसफर नहीं किया गया।
  • विमल कुमार गौतमबुद्धनगर में पांच साल से तैनात हैं। इनको भी नहीं हटाया गया।
  • जितेंद्र कुमार बांगा 18 साल से लखनऊ में तैनात हैं। इनको नहीं हटाया गया।
  • संजय कुमार श्रीवास्तव 16 साल से लखनऊ में जमे हैं।
  • अशोक कनौजिया 12 साल से लखनऊ में तैनात हैं।