छाता और रेन कोट कारोबार भी सूखा:कम बारिश से 70% तक घटी बिक्री; महंगाई ने भी किया काम तमाम

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(www.arya-tv.com) पिछले दो साल से कोरोना के कहर से अधखुली छतरी इस बार पूरी तरह पंख फैलाने को तैयार थी। स्कूल और दफ्तर पूरी तरह खुलने की वजह से इस बार छतरी इतराने को बेताब थी। छतरी के पंखों पर सवार होकर छोटी-बड़ी कंपनियां भी बाजार में फैलना चाह रही थीं। रेन कोट भी बारिश से भीगने से बचाने की तैयारी कर चुके थे।

मॉनसूनी फुहार शुरू होते ही रंग-बिरंगी छतरियों और रेन कोट का बाजार भी सज गया था। मगर, कम बारिश ने सभी की उम्मीदों पर पानी फेर दिया। अब रेनकोट और छाता कारोबार से जुड़े लोग परेशान हैं। ये कारोबारी बस एक ही बात कह रहे हैं कि जल्दी से खूब बारिश हो, और हमारे प्रोडक्ट बिकें।

कारोबारियों का दावा है कि इस बार बिजनेस 70% तक गिर गया है। स्थिति यह है कि होल सेलर से लेकर रिटेलर के यहां माल पड़ा है। मैनुफेक्चर के यहां दोबारा ऑर्डर नहीं पहुंच पा रहा है।

यूपी में हर साल 300 करोड़ का होता है कारोबार
यूपी में हर साल करीब 300 करोड़ रुपए का छाता और रेनकोट का कारोबार होता है। मगर, इस साल इसका 100 करोड़ रुपए तक पहुंचना भी मुश्किल है। लखनऊ के होल सेल कारोबारी संजय कपूर बताते हैं कि नोएडा, लखनऊ, कानपुर, प्रयागराज, आगरा और बनारस बड़े सेंटर के तौर पर आते हैं।

प्रदेश में करीब 200 बड़े होल सेलर हैं। मगर, उनके यहां भी माल पड़ा है। यूपी में सबसे ज्यादा माल लुधियाना और दिल्ली से आता है।

रिटेलर के यहां नहीं आ रहा ऑर्डर
संजय कपूर बताते हैं कि रिटेलर पहले एक सीजन में 3 से 5 बार माल ले जाता था। मगर, इस बार 80% लोगों ने दोबारा भी ऑर्डर नहीं दिया है। उन्होंने बताया कि उनके यहां रिटेल और होल सेल दोनों का काम होता है। स्थिति यह है कि माल दुकान और गोदाम दोनों जगह पर पड़ा हुआ है।

कानपुर से होती सबसे ज्यादा सप्लाई
कानपुर के कारोबारी संजीव अग्रवाल बताते हैं कि सबसे ज्यादा सप्लाई कानपुर से होती है। मगर, यहां की स्थिति भी बहुत खराब है। उन्होंने बताया कि 80% कारोबारियों के यहां माल पड़ा हुआ है। उम्मीद कम है कि वह इस सीजन में बिक पाएगा। दो साल से कोविड की वजह से पहले ही कारोबार में काफी नुकसान रहा था। अब इस बार कम बारिश ने स्थिति खराब कर दी है।

32% तक बढ़ी महंगाई
कच्चा माल महंगा होने की वजह से छाता और रेन कोट इंडस्ट्री पर भी इसका असर पड़ा है। कारोबारी एसके गर्ग का कहना है कि इस बार 32% तक होल सेल में रेट बढ़ गया है। जो माल पिछले साल 300 रुपए का आता था, वह अब 395 से 400 तक में आ रहा है। लोकल में जाने के बाद यह बढ़ोतरी 40% तक पहुंच रही है। उदाहरण के लिए 100 रुपए वाला साधारण छाता अब 140 से 150 तक मिल रहा है।

ये हैं मार्केट के रेट

छाता : 150 से 600 रुपए

रेन कोट पैंट-शर्ट : 300 से 1500

रेन कोट जैकेट : 400 से 1500