(www.arya-tv.com) सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड के मास्टरमाइंड गैंगस्टर सचिन बिश्नोई को भारत लाने के लिए सुरक्षा एजेंसियों की टीम अजरबैजान के लिए रवाना हो गई हैं। साथ में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल भी है।
सूत्रों ने बताया है, स्पेशल सेल की टीम मंगलवार रात तक अजरबैजान से सचिन बिश्नोई को लेकर दिल्ली पहुंचेगी। सचिन बिश्नोई के प्रत्यर्पण से हत्याकांड में कई अहम खुलासे होने की उम्मीद है। 29 मई 2022 को मशहूर पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की सरेआम हत्या कर दी गई थी। इसकी जिम्मेदारी खुद सचिन ने ली थी।
जांच एजेंसियों के रेडार पर सचिन बिश्नोई तभी आ चुका था जब मूसेवाला की हत्या हुई थी। सचिन लगातार कनाडा में बैठे गैंगस्टर गोल्डी बराड़ के संपर्क में रहता था। इस दौरान पुलिस और जांच एजेंसियों को शक नहीं हो, इसके लिए सचिन बिश्नोई गैंगस्टर गोल्डी बराड़ से फोन पर बात करने के दौरान उसे कोड नेम से बुलाता था।
एजेंसियों का दावा है कि सचिन बिश्नोई ने गोल्डी बराड़, जेल में बंद काला जठेड़ी और लॉरेंस बिश्नोई से कोड वर्ड में बातचीत कर सिद्धू मूसेवाला की हत्या की साजिश रची थी। हत्या के बाद सचिन बिश्नोई ने संगम विहार इलाके के पते के जरिए फर्जी पासपोर्ट बनवाया और फिर दुबई चला गया। फर्जी पासपोर्ट पर सचिन बिश्नोई का नाम तिलकराज टुटेजा था।
सचिन बिश्नोई के पिता का असली नाम शिव दत्त है, लेकिन फर्जी पासपोर्ट पर उसने अपने पिता का नाम भीम सेन लिखा रखा था। इस पासपोर्ट पर उसका पता भी फर्जी ही निकला। ये एड्रेस था मकान नंबर 33, ब्लॉक F-3, संगम विहार, दिल्ली।
हाल के दिनों में दिल्ली समेत अन्य राज्यों में कारोबारियों से लॉरेंस के नाम पर रंगदारी मांगने के मामले भी आए थे। जून में दुबई के एक कारोबारी से भी सचिन ने 50 करोड़ की रंगदारी मांगी थी।