दिल्ली विधानसभा सत्र: मणिपुर हिंसा पर चर्चा शुरू होते ही BJP के 4 नेताओं को सदन से निकाला गया

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(www.arya-tv.com) दिल्ली विधानसभा विशेष सत्र के दूसरे दिन मणिपुर हिंसा पर चर्चा शुरू होते ही सदन अचानक ‘मोदी तेरे राज में, मणिपुर जल गया आग में’ के नारों से गूंज उठा। मणिपुर मसले पर चर्चा की शुरुआत होते ही आम आदमी पार्टी और बीजेपी के विधायकों के बीच जमकर हंगामा मचाया। आम आदमी पार्टी विधायक दुर्गेश पाठक ने इस मसले पर चर्चा शुरू की थी। दुर्गेश पाठक ने कहा कि आप मणिपुर पर भी संसद में चर्चा नहीं करते। यहां विधानसभा में भी चर्चा नहीं करने देते हैं, तो चर्चा कहां की जाएं। आप कहते हैं कि मणिपुर कोई विषय नहीं है।

दिल्ली विधानसभा में मणिपुर​ हिंसा पर चर्चा के दौरान हंगामे के लिए जितेंद्र महाजन सहित चार विधायकों को सदन से बाहर निकाल दिया गया है। चारों को सदन में मणिपुर हिंसा पर चर्चा का विरोध करने और हंगामा करने की वजह से स्पीकर ने बाहन निकाला है। मणिपुर के मसले पर आप विधायक दुर्गेश पाठक अपनी बात रख रहे हैं। दूसरी तरफ मणिपुर में केंद्र की नाकामी के खिलाफ दिल्ली विधानसभा में AAP विधायक नारे लगा रहे हैं। आप विधायक सदन में मोदी तेरे राज में, मणिपुर जल गया आग में, नारे लगा रहे हैं।

इस बीच राजेंद्र नगर से आप विधायक दुर्गेश पाठक ने कहा कि एक समय पंडित जवाहरलाल नेहरू ने मणिपुर को देश का गहना कहा था। मणिपुर ने हीराबाई कानू और मैरीकॉम जैसी महिला दी। चार मई को पूरे हिन्दुतान ने देखा कि किस तरह से बीजेपी शासित राज में महिलाओं के साथ अत्याचार हुआ। एक वीडियो आया और उसमें दिखा कि महिलाओं के साथ अत्याचार हो रहा है।

इस घटना को देखकर हर व्यक्ति का सिर शर्म से झुक गया। 100 दिन से वहां इंटरनेट बंद हैं। चार मई की घटना को लेकर एफआईआर दर्ज होने में 14 दिन लग गए। खुद मणिपुर की सरकार यह कहती है कि 55000 से ज्यादा लोग विस्थापित हो चुके हैं। 200 लोगों की हत्याएं हो चुकी हैं। हजारों घर जलाए जा चुके हैं। जब मणिपुर जल रहा था उस वक्त पीएम मोदी जापान की यात्रा कर रहे थे।

बता दें कि दिल्ली विधानसभा विशेष सत्र का आज दूसरा दिन है। मणिपुर के मसले पर सदन में बहस जारी है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सदन को संबोधित करने के लिए चार बजे पहुंचने की सूचना है। जानकारी के मुताबिक सीएम केजरीवाल मणिपुर हिंसा पर भी बोलेंगे। दूसरी तरफ बीजेपी के सदस्य सदन के अंदर मणिपुर हिंसा पर चर्चा का विरोध कर रहे हैं।