विद्यालयों में नगर निगम के सहयोग से डेंगू को हराये: नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह

Lucknow
  • नगर आयुक्त द्वारा जागरूकता का प्रसार करने के उद्देश्य से शिक्षकों संग ज़ूम मीटिंग के माध्यम से तीन अहम विषयों पर हुई चर्चा

(www.arya-tv.com)स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत नगर को विकसित कर स्वच्छ बनाने एवं लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से नगर निगम लखनऊ में नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह के द्वारा समय समय पर लगातार अनेक प्रयास किये जा रहे हैं। उसी क्रम में नगर के समस्त सरकारी विद्यालयों के अध्यापकों के साथ ज़ूम एप पर जुड़ कर एक मीटिंग की गई। जिसमें तीन अहम मुद्दों संचारी रोगों से बचाव, प्लास्टिक फ्री लखनऊ एवं सोर्स सेग्रिगेशन पर चर्चा हुई।जिससे की सभी अध्यापक अपने विद्यालयों के बच्चों में इन सभी जानकारियों का प्रसार कर इस संदेश को घर घर तक पहुंचाने में निगम की सहायता कर सकें और स्वच्छ भारत मिशन को सफल बनाने में अधिक से अधिक जन सहभागिता कर अपना योगदान दे सकें।

मच्छरों का लार्वा घरों में न पनपने पाए इसके लिए जरूरी है लोग स्वयं ही अपने घरों का ऑडिट करें: नगर आयुक्त

सर्वप्रथम संचारी रोगों की रोकथाम हेतु सभी शिक्षकों से विस्तार पूर्वक चर्चा की गई। जिसमें नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह द्वारा संचारी रोगों जैसे डेंगू, चिकनगुनिया, जेई, ए ई एस इत्यादि के बारे में बताया गया। साथ ही इससे बचने के सभी उपाय भी बताए गए। वहीं मच्छरों का लार्वा घरों में न पनपने पाए इसके लिए जरूरी है लोग स्वयं ही अपने घरों का ऑडिट करें। जिससे कि घरों की फ्रिज, गमलों की ट्रे, पानी की टंकी इतुआदि जगहों पर पानी का ठहराव न होने पाए। इसके अतिरिक्त बच्चों को पूरी बांह के कपड़े पहने की अपील की गई। नगर आयुक्त ने कहा कि नगर निगम अपने प्रयासों से नियमित रूप से फॉगिंग, एन्टी लार्वा का छिड़काव आदि कार्य कर रहा है। जोनल सैनेटरी अधिकारियों के नम्बर सार्वजनिक कर हेल्पलाइन की शुरुआत भी की गई है जिससे कि संचारी रोगों से लड़ा जा सके। लेकिन जब तक जन सहभागिता नहीं मिलेगी तब तक ये लड़ाई अधूरी है और इसी उद्देश्य के साथ सभी शिक्षकों से ये मीटिंग की जा रही है।

लखनऊ को प्लास्टिक फ्री बनाने में सभी का योगदान अहम है : नगर आयुक्त

साथ ही स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत प्लास्टिक के इस्तेमाल को कम से कम किये जाने हेतु लखनऊ नगर निगम थ्री आर (रिड्यूस, रीयूज व रिसाइकिल) कॉन्सेप्ट पर काम कर रहा है।इसी को लेकर स्वच्छ सर्वेक्षण में प्रथम आने के उद्देश्य से लखनऊ को प्लास्टिक फ्री बनाने में सभी का योगदान अहम है।नगर आयुक्त ने कम से कम प्लास्टिक इस्तेमाल करने की अपील कर हालही में हुई छठ पूजा व गुरु पर्व का उदाहरण देते हुए बताया कि प्लास्टिक का त्याग करना बहुत ही आसान है और हमारे वातावरण के लिए वरदान भी।उन्होंने कहा कि सभी विद्यालयों में प्लास्टिक की बोतलों के बजाय स्टील की बोतलों को इस्तेमाल में लाया जाए।इसके अतिरिक्त खाद्य सामग्रियों में इस्तेमाल होने वाली प्लास्टिक को भी कम से कम इस्तेमाल किया जाए।

सभी लोग निगम के कर्मचारियों को कूड़ा प्रथक कर ही दें: नगर आयुक्त

तीसरा अहम मुद्दा अपशिष्ट का प्रथक कारण रहा। जिसको लेकर सभी शिक्षकों से अपील की गई कि वे इस ओर स्वयं को भी जागरूक करें व छात्र छात्राओं में भी जागरूकता का प्रसार करें। उन्होंने कहा कि कूड़े को पृथक कर देने से ये कूड़ा हमारे लिए सोने के समान हो जाता है और इसके निस्तारण में भी कोई समस्या नहीं आती। अगर कूड़े को सेग्रिगेट कर नहीं दिया जाता है तो इसके निस्तारण में अधिक खर्च के अलावा समय भी अधिक लगता है। इस लिए जरूरी है कि सभी लोग निगम के कर्मचारियों को कूड़ा प्रथक कर ही देवें।

नगर आयुक्त ने कहा कि उन्हें हर जगह शिक्षकों का सहयोग व योगदान प्राप्त हुआ है, इस लिए वे लखनऊ के शिक्षकों से भी सहयोग व उनके अहम योगदान की अपेक्षा रखते हैं।जिसके क्रम में ही आज लखनऊ निगम में प्रथम बार एक सराहनीय पहल की शुरुआत कर इस मीटिंग का आयोजन किया गया है। जिससे कि लखनऊ को पूर्ण रूप से स्वच्छ बनाया जा सके।