(www.arya-tv.cov) अमेरिका के कई इलाकों में रेड मीट एलर्जी की बीमारी के मामले बढ़ रहे हैं।यह बीमारी लोन स्टार टिक ( एक तरह का कीड़ा) के काटने से होती है। इस कीड़े का साइंटिफिक नाम एम्ब्लिओमा एमेरिकानम है। ये जिस व्यक्ति को काटता है उसे मीट खाने से एलर्जी होने लगती है। ये एलर्जी शुरू में हल्की होती है, लेकिन बाद में इससे परेशानी बढ़ने लगती है। इसकी वजह से अस्पताल में भर्ती होने की नौबत तक आ सकती है। डॉक्टरों के मुताबिक, लोन स्टार टीक में एक खास प्रकार की शुगर होती है। जिसे अल्फा गैल कहते हैं।
जब यह कीड़ा किसी इंसान को काटता है तो उसके शरीर में इस गैल पहुंचा देता हैं। इस कीड़े में मौजूद गैल रेड मीट ( पोर्क, बीफ) में भी पाया जाता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि ये कीड़े कुछ जानवरों को भी काट लेते हैं ऐसे में जानवरों में भी गैल इंजेक्ट हो जाता है। इन जानवरों का मीट बाजार में आता है। अगर कोई व्यक्ति इस मीट का सेवन करता है तो उसको एलर्जी होने लगती हैं।
कीड़ा काटने से क्यों होती है एलर्जी
ऐसा इसलिए होता है क्योंकि कीड़े के काटने के बाद जब अल्फा गैल शरीर में जाता है तो शरीर इससे लड़ने के लिए एंटीबॉडी बना देता है। लेकिन जब कोई व्यक्ति रेड मीट खाता है तो ये एंटीबॉडी एक्टिव हो जाती है और गंभीर एलर्जी का कारण बनती है।इसकी शुरुआत में स्किन पर एलर्जी होने लगती है। बुखार आने के साथ-साथ कई अन्य परेशानियां भी होने लगती है।
क्या भारत में भी फैल सकती है ये बीमारी
महामारी विशेषज्ञ डॉ. जुगल किशोर बताते हैं कि भारत में लोन स्टार टिक बहुत ही कम पाया जाता है। ये कीड़ा अमेरिका और मैक्सिको में ज्यादा होता है। ऐसा पहली बार नहीं है कि अमेरिका में इस एलर्जी के केस बढ़ रहे हैं। वहां पहले भी ऐसे मामले आते रहे हैंंयह एलर्जी खतरनाक नहीं होती है, लेकिन समय पर लक्षणों की पहचान जरूरी है। लेकिन भारत में इससे कोई खतरा नहीं है। हालांकि फिर भी लोगों को सावधानी बरतने की जरूरत है।
क्या होते हैं इस बीमारी के लक्षण
- स्किन पर खुजली होना
- पेट दर्द बने रहना
- छींक आना
- लगातार नाक का बहना
कैसे करें बचाव
- जिन इलाकों में घास और पौधें हैं वहां नगे पैर चलने से बचें
- घर के आसपास सफाई रखें
- घर में कीटनाशक का यूज करें
- पूरी बाजू के कपड़े पहनें
- किसी कीड़े के काटने पर डॉक्टर से संपर्क करें