115 करोड़ की टैक्स चोरी में 2 डायरेक्टर गिरफ्तार:कागज पर कंपनियां बनाकर दिलाते थे लोन और काटते थे पर्जी इनवॉयस

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(www.arya-tv.com)गाजियाबाद में सेंट्रल जीएसटी की टीम ने दो कारोबारियों को 115 करोड़ रुपए की टैक्स चोरी के आरोप में गिरफ्तार किया है। जांच में 21 मुखौटा फर्मों का भी खुलासा हुआ है, जिनके जरिए फर्जी इनवॉइस काटकर लेनदेन दिखाया जा रहा था।

कंपनी से जुड़े 16 सप्लायरों के यहां भी छापेमारी
सेंट्रल GST गाजियाबाद के कमिश्नर आलोक झा ने बताया, 23 जुलाई को मैसर्स शमस्टार ग्लोबल बिजनेस सॉल्यूशन लिमिटेड के 9 ठिकानों पर सर्च ऑपरेशन चलाया गया। इस कंपनी से जुड़े 16 सप्लायरों के दिल्ली, नोएडा और गाजियाबाद के ठिकानों पर भी जाकर जांच पड़ताल की। पूछताछ के लिए कंपनी के डायरेक्टर अनिल कुमार दुबे और प्रवीण कुमार राय को हिरासत में लिया गया है।

दोनों डायरेक्टरों को भेजा गया जेल

दोनों डायरेक्टर गाजियाबाद में इंदिरापुरम स्थित एटीएस एडवांटेज में रहते थे, जबकि कंपनी का ऑफिस ईस्ट दिल्ली में खोल रखा था। 23 और 24 जुलाई को दोनों डायरेक्टरों के सेंट्रल जीएसटी की टीम ने बयान दर्ज किए। कई दिन की जांच पड़ताल करने के बाद टैक्स चोरी के आरोपों की पुष्टि होने पर टीम ने दोनों डायरेक्टरों को गिरफ्तार कर लिया। उन्हें सोमवार को मेरठ की स्पेशल सीजेएम कोर्ट में पेश करके जेल भेज दिया गया है।

फर्जी बिल काट रहे, धरातल पर कोई कंपनी नहीं
सेंट्रल जीएसटी गाजियाबाद के ज्वाइंट कमिश्नर हर्षवर्धन राय ने बताया, शमस्टार कंपनी मैनेजमेंट कंसलटेंट, बिजनेस सपोर्ट सर्विस, कंसल्टिंग इंजीनियर व अन्य टैक्सेबल सर्विस उपलब्ध कराती है। जांच में कुल 115 करोड़ रुपए की टैक्स चोरी मिली है। उन्होंने बताया कि यह कंपनी दूसरी मुखौटा कंपनियों को लोन दिलाने का कार्य करती है। ऐसी 21 मुखौटा कंपनियां सामने आई हैं। इन कंपनियों के नाम पर गोल्ड ज्वैलरी, मेटल्स, ऑटोमेटिक डाटा प्रोसेसिंग मशीन, सिनेमैटोग्राफिक कैमरा, मॉनिटर और प्रोजेक्टर बिक्री के फर्जी इनवॉइस काटे जा रहे थे। जबकि वास्तविकता में ऐसी कोई भी फर्म धरातल पर नहीं थी।