(www.arya-tv.com) गोरखपुर चिड़ियाघर लाए जा रहे दो रेटिकुलेटेड पाइथन की कानपुर में मौत हो गई। दोनों पाइथन को चेन्नई के जुलॉजिकल पार्क से लाया जा रहा था। दोनों को लेने के लिए कानपुर की टीम गई हुई थी। कानपुर से इन्हें गोरखपुर चिड़ियाघर लाया जाना था कि इससे पहले उनकी मौत हो गई। वहीं, दोनों बोनट बंदर गोरखपुर चिड़ियाघर के अस्पताल में हैं। इन्हें क्वारंटीन की अवधि पूरी करने के बाद बाड़े में भेजा जाएगा।
हीट स्ट्रोक से हुई मौत
गोरखपुर प्राणी उद्यान के चिकित्साधिकारी डॉ योगेश प्रताप सिंह ने बताया, लगभग 2400 किमी की दूरी तय कर इन्हें लाया जा रहा था। चेन्नई से दो बोनट बंदर और दो पाइथन को लेकर टीम चली थी। कानपुर पहुंचते ही गर्मी के कारण दोनों पाइथन को हीट स्ट्रोक हो गया। जहां, इलाज के दौरान दोनों की मौत हो गई।
अब AC में आएंगे पाइथन
चिकित्सकों ने उपचार कर उन्हें बचाने की कोशिश की। दोनों रेटिकुलेटेड पाइथन का वजन 20-20 किलो था और उनकी लंबाई लगभग 12 फीट थी। उन्होंने बताया, जल्द ही एक बार फिर दो पाइथन को गोरखपुर लाने की प्रक्रिया फिर से शुरू की जाएगी। इस बार एयर कंडिशनिंग वाहन का इंतजाम किया जाएगा।
लखनऊ से गोरखपुर आएगा जेब्रा
वहीं, शहीद अशफॉक उल्लाह खां प्राणी उद्यान पिछले डेढ़ वर्ष से जेब्रा के आने का इंतजार कर रहा है। लखनऊ चिड़ियाघर से जेब्रा लाना चुनौती बन गई है। टीम जेब्रा लाने के लिए वहां पहुंची तो उन्हें पिजड़े में प्रवेश कराने में असफल रही। लेकिन अब इसके लिए इजराइल से वन्य जीवों की टीम बुलवाई जाएगी।
हालांकि, इसके पहले कानपुर और गोरखपुर चिड़ियाघर के निदेशक, दोनों पशु चिकित्साधिकारी, आईवीआरआई बरेली से एक सदस्य और वाइल्ड लाइफ कॉलेज, मथुरा से एक एक्सपर्ट की छह सदस्यीय टीम लखनऊ से जेब्रा को लाने के लिए रणनीति बनाएगी। 13 अप्रैल को रिपोर्ट के आधार पर आगे की योजना बनेगी। यदि वह नहीं ला पाते तो इजराइल से टीम बुलवाई जाएगी।
बाड़े में कूलर और सर्पेंटेरियम में लगी AC
गोरखपुर चिड़ियाघर में वन्य जीवों के बाड़ों में कूलर लगाया जा रहा है। इसके अलावा गर्मी से राहत दिलाने के पुआल भी बिछाया जाएगा। बाड़े के अंदर नमी रहे, इसकी भी व्यवस्था की जाएगी। शेर, तेंदुए, गेंडा, भालू, बाघ आदि के लिए कूलर लगाए गए हैं। जबकि, सांप और अजगर वाले कुछ सर्पेंटेरियम में एसी लगी है। पशु चिकित्साधिकारी डॉ. योगेश प्रताप सिंह ने बताया कि बाड़ों में कूलर लगाए जा रहे हैं। गर्मी को देखते हुए पहले से ही तैयारी की जा रही है।