सीएम योगी आदित्यनाथ ने किया संचारी रोग नियंत्रण अभियान का शुभारंभ

Gorakhpur Zone

(www.arya-tv.com) सिद्धार्थनगर में विशेष संचारी रोग नियंत्रण एवं दस्तक अभियान का शुभारंभ करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश की धरती से रोगों का सफाया होने तक अभियान चलते रहेंगे। उन्होंने वासंतिक नवरात्रि और नववर्ष की बधाई दी। साथ ही सीएम ने फिर से भाजपा की सरकार बनाने के लिए जनता का आभार जताया।

बीएसए परिसर में सभा को सम्बोधित करते हुए सीएम योगी ने कहा कि आकांक्षा जनपद के कारण यहां खास प्रयास करने की जरूरत है। इसीलिए इस अभियान का शुभारंभ यहां से किया गया। नवकी बीमारी का सफाया हो चुका है। पांच वर्ष में हमने इंसेफ्लाइटिस को समाप्त कराया है। जो इस क्षेत्र के लिए अभिशाप था। आशा कार्यकताओं का इसमें योगदान अहम है। जिन्होंने जागरूकता कार्यक्रम घर-घर चलाया। आशा वर्कर रोग के उपचार और बीमारी पर त्वरित कदम उठाने की सलाह देतीं हैं। अब इस तरह की बीमारी को धरती पर टिकने नहीं देंगी। मेडिकल कालेज का निर्माण भी कराया गया।

सीएम योगी ने कहा कि हमारी सरकार ने प्रदेश को 33 मेडिकल कालेज दिए। 17 में पठन पाठन शुरू हो गए हैं। अगले सत्र से अन्य में भी पठन पाठन शुरू हो जाएगा। विगत दो वर्ष में सदी की बड़ी बीमारी कोरोना का सामना किया। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में जिस तरह से चुनौती से निपटा गया, उसकी सराहना पूरी दुनिया में हुई। उत्तर प्रदेश बेहतर माडल बना है। 30 करोड़ लोगों को वैक्सीन मुफ्त लगाया गया।

डबल इंजन की सरकार के कारण राशन भी डबल मिल रहा है। कालानमक चावल की खुशबू पहले यहां थी, अब पूरी दुनियां में फैल चुकी है। इसके लिए एक जिला एक उत्पाद में इसका चयन हुआ। आगे भी कालानमक के लिए शोध होते रहेंगे। बीमारी से मुक्ति के लिए हमने घर-घर शौचालय दिए। इसका प्रयोग करें। खुले में शौच न जाएं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य की सुविधायों में तेजी से वृद्धि हो रही है। गोल्डन कार्ड आप लोग बनवा लें। मुफ्त उपचार की सुविधा मिलेगी। हम कहीं गंदगी न होने दें। जल जमाव न हो। जिससे कोई बैक्टीरिया विकसित न हो सके। इसके लिए सभी क्षेत्र पंचायत, जिला पंचायत सदस्य और प्रधानों को जुड़ना होगा। कोई पर्व होने से पहले सफाई पर ध्यान देते हैं। इसे जीवन का हिस्सा बनाएं। पानी गर्म करने के बाद ही सेवन करें। इसमें जागरूकता लानी जरूरी है। नगरीय क्षेत्रों में फागिंग जरूरी है। नाली साफ सुधरे होंगे तो डेंगू नहीं होगा। इंसेफलाइटिस नहीं होगा। वर्ष में तीन बार यह कार्यक्रम हम चलाते हैं। संचारी रोग नियंत्रण में कई विभाग मिलकर काम कर रहे हैं।