चीन ने अमेरिका पर लगाया आरोप, कहा-अमेरिका ने गैर-जिम्मेदाराना व्यवहार किया

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(www.arya-tv.com) दक्षिण चीन सागर में अमेरिका और चीन के बीच टकराव का एक नया मसला खड़ा हो गया है। पिछले हफ्ते यहां अमेरिकी नौसेना की एक परमाणु पनडब्बी की टक्कर समुद्र में मौजूद किसी वस्तु से हो गई। अब चीन ने इस मामले में अमेरिका से सफाई मांगी है। चीन ने आरोप लगाया है कि अमेरिका ने इस मामले में ‘गैर-जिम्मेदाराना व्यवहार’ किया है। चीन ने ‘परमाणु लीक’ होने का अंदेशा जताते हुए इल्जाम लगाया कि अमेरिका इस मामले में पारदर्शिता नहीं बरत रहा है।

अमेरिका की परमाणु पनडुब्बी समुद्र में जल के अंदर मौजूद किसी वस्तु से टकरा गई। उससे पनडुब्बी को नुकसान पहुंचा। लेकिन अमेरिका ने कहा है कि पनडुब्बी ‘सुरक्षित और स्थिर’ है। अमेरिका ने कहा कि इस हादसे के बाद उसकी पनडुब्बी गुआम की तरफ रवाना हो गई, जहां अमेरिका का सैनिक अड्डा है। उसने दावा किया कि पनडुब्बी के परमाणु संचालन संयंत्र को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है।

हालांकि ये हादसा पिछले दो अक्तूबर को हुआ था, लेकिन इसकी पहली जानकारी इस गुरुवार को सामने आई। अमेरिकी अधिकारियों के मुताबिक जब पनडुब्बी दक्षिण चीन सागर के अंतरराष्ट्रीय क्षेत्र में पानी के अंदर थी, तभी वहां मौजूद किसी वस्तु से टकरा गई। लेकिन उससे पनडुब्बी के संचालन पर कोई फर्क नहीं पड़ा। न ही उसमें मौजूद किसी व्यक्ति को क्षति पहुंची। हादसे की शिकार हुई पनडुब्बी यूएसएस कनेक्टिकट है, जो अमेरिका के प्रशांत दस्ते का हिस्सा है।

हांगकांग के अखबार साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट के मुताबिक जो जानकारी सामने आई है, उससे यह साफ है कि पनडुब्बी को नुकसान पहुंचा है। नुकसान कितना है, इसका अभी जायजा लिया जा रहा है। दो अमेरिकी अधिकारियों ने अपना नाम गुप्त रखने की शर्त पर इस अखबार से कहा कि संचालन संबंधी सुरक्षा सुनिश्चित करने के मकसद से हादसे की तुरंत सूचना नहीं दी गई। उन्होंने कहा कि जिस वस्तु से टकराव हुआ, वह क्या है, यह मालूम नहीं हो सका है। लेकिन उन्होंने पुष्टि की कि वह वस्तु किसी और देश की पनडुब्बी नहीं थी।

साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट ने कहा है कि यूएसएस कनेक्टिकट पर सवार दो व्यक्ति इस घटना में जख्मी हुए हैं। नौ अन्य नाविकों को खरोंच जैसी हल्की चोट आई है। उनका इलाज पनडुब्बी पर ही किया गया। इस बीच अमेरिका नौसेना इंस्टीट्यूट ने एक रिपोर्ट में बताया है कि समुद्र के अंदर किसी वस्तु से अमेरिकी पनडुब्बी के टकराने की घटना इसके पहले 2005 में हुई थी। तब यूएसएस सैनफ्रांसिस्को ऐसी किसी वस्तु से टकरा गई। उसमें एक नाविक की जान गई थी।

चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियान ने शुक्रवार को इस बारे में एक बयान जारी किया। उन्होंने कहा कि चीन को इस घटना के बारे में और विवरण देना चाहिए। उसे बताना चाहिए कि दुर्घटना ठीक-ठीक किस स्थान पर हुई, वहां पनडुब्बी किस मकसद से गई थी, जिस वस्तु से टकराव हुआ वह क्या था, और क्या उसकी वजह से ऐसा न्यूक्लीयर लीक हुआ, जिससे समुद्र के दूषित होने का खतरा हो।