मेरठ(www.arya-tv.com) कोरोना वायरस के कारण 10 माह बाद स्कूल खुले तो शिक्षकों के सामने अब नई मुश्किलें आ रही हैं। कक्षा में विद्यार्थियों का मन नहीं लगता। छात्र एकाग्र होकर कक्षा में नहीं बैठते।
होमवर्क अधूरा है तो बच्चों को बोर्ड पर पढ़ना समझ नहीं आ रहा। ऑनलाइन कक्षाओं ने छात्रों की पढ़ाई नहीं बल्कि मन पर भी नकारात्मक प्रभाव डाला है। कंप्यूटर और मोबाइल स्क्रीन पर पढ़ने के कारण छात्रों का मन ऑफलाइन कक्षाओं से भटक गया है।
पहले छात्र स्कूल की डायरी व्यवस्थित करने के साथ समय पर होमवर्क, प्रोजेक्ट वर्क सब करते थे। अब छात्रों का समय पर कोई प्रोजेक्ट पूरा नहीं होता। कक्षा में 30 से 45 मिनट लगकर छात्र बैठ नहीं पाते। बीच में खड़े हो जाते हैं। सीट बदलते हैं। बार-बार बाहर जाने की अनुमति मांगते हैं। छोटी कक्षा में तो बच्चे बीच में ही सो जाते हैं।