मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर में राष्ट्रीय संगोष्ठी का उद्घाटन किया

Gorakhpur Zone Lucknow

जल, जीव, जन्तु, भूमि, पेड़-पौधों का समन्वित रूप ही पर्यावरण, पर्यावरण को बचाने के लिए प्रौद्योगिकी का योगदान महत्वपूर्ण : मुख्यमंत्री

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर में दिग्विजयनाथ स्नातकोत्तर महाविद्यालय में ’पर्यावरण, प्रौद्योगिकी एवं सतत ग्रामीण विकास’ विषयक दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का उद्घाटन किया। संगोष्ठी का आयोजन दिग्विजयनाथ स्नातकोत्तर महाविद्यालय एवं भारतीय सामाजिक विज्ञान अनुसंधान परिषद (आई0सी0एस0एस0आर0) के संयुक्त तत्वावधान में किया गया। इस अवसर पर उन्होंने महाविद्यालय की स्मारिका का विमोचन भी किया।

मुख्यमंत्री ने संगोष्ठी को सम्बोधित करते हुए कहा कि जल, जीव, जन्तु, भूमि, पेड़-पौधों का समन्वित रूप ही पर्यावरण है। अगर इनका अस्तित्व ही संकट में होगा, तो जीवन सृष्टि कैसे आगे बढ़ेगी। यदि भूमि रहने लायक न हो तथा जल पीने लायक न हो, तो प्रौद्योगिकी एवं विकास का हमारे जीवन में कोई महत्व नहीं है। इस संगोष्ठी के माध्यम से हम लोग अपने स्तर से इसके समाधान के लिए प्रयास कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि नगरीय क्षेत्रों में लोग अपने घर का कूड़ा, सड़कां या नाली में फेंक देते हैं और उसके निस्तारण की जिम्मेदारी नगर निगम पर छोड़ देते हैं, जबकि यह प्रत्येक नागरिक की दायित्व है।

संगोष्ठी को दीनदयाल उपाध्याय विश्वविद्यालय, गोरखपुर की कुलपति सुश्री पूनम टण्डन एवं बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय के भूगोल विभाग के अध्यक्ष वी0एन0 शर्मा ने भी सम्बोधित किया। इस अवसर पर सांसद रवि किशन शुक्ल, गोरखपुर के महापौर मंगलेश श्रीवास्तव, महाविद्यालय के शिक्षक, शोधार्थी एवं अन्य छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।