- यह डेयरी प्लाण्ट किसानों/पशुपालकों की आय बढ़ाने का महत्वपूर्ण माध्यम बनेगा : मुख्यमंत्री
- डेयरी प्लाण्ट से 01 लाख पशुपालक परिवारों को प्रत्यक्ष रूप से जुड़ने का लाभ प्राप्त होगा, 300 लोग प्रत्यक्ष रूप से नौकरी, 1500 लोग अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार से जुड़ेंगे
- गीडा क्षेत्र में विगत कुछ समय में निवेश की बौछार आयी, यह निवेश रोजगार व आर्थिक विकास के नये अवसर लेकर आये
- जनपद गोरखपुर में निवेश और इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेण्ट तेजी से हो रहा
- प्रदेश का नौजवान विकास के साथ जुड़कर अपनी ऊर्जा व प्रतिभा का उपयोग करेगा, तो उ0प्र0 को अग्रणी अर्थव्यवस्था बनने से कोई रोक नहीं सकता
- इण्डस्ट्री की जरूरतों के अनुसार आई0टी0आई0, पॉलिटेक्निक, डिग्री कॉलेज में नये कोर्स से युवाओं को जोड़ने के प्रयास को आगे बढ़ाया जाए
- मुख्यमंत्री ने डेयरी उद्योग से जुड़ी 05 महिलाओं को सम्मानित किया
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर में गीडा के सेक्टर-26 में ज्ञान डेयरी की दुग्ध एवं दुग्ध उत्पाद परियोजना का लोकार्पण किया। 20067 वर्ग मीटर क्षेत्रफल में विस्तृत इस परियोजना की लागत 114 करोड़ रुपये है।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में लोगों को शारदीय नवरात्रि की बधाई देते हुए कहा कि शारदीय नवरात्रि में सी0पी0 मिल्क एण्ड फूड प्रोडक्ट्स प्रा0लि0 के रूप में ज्ञान डेयरी का यह डेयरी प्लाण्ट सौगात के रूप में प्राप्त हो रहा है। इस प्लाण्ट में प्रतिदिन 05 लाख लीटर दूध की आवश्यकता होगी। इससे 01 लाख पशुपालक परिवारों को प्रत्यक्ष रूप से जुड़ने का लाभ प्राप्त होगा। इससे प्रत्यक्ष रूप सें 300 लोगों को नौकरी मिलेगी। 1500 अन्य लोग अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार से जुड़ेंगे। कृषि प्रधान भारत देश में अन्नदाता किसानों की आय बढ़ाने में दुग्ध उद्योग महत्वपूर्ण है। यह डेयरी प्लाण्ट किसानों/पशुपालकों की आय बढ़ाने का महत्वपूर्ण माध्यम बनेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस गीडा क्षेत्र में विगत कुछ समय से निवेश की बौछार आयी है। गैलेण्ट, अंकुर, वरुण वेबरेज, तत्वा प्लास्टिक, केयॉन डिस्टलरी आदि विभिन्न उद्योग लगे हैं। यह सारे निवेश रोजगार एवं आर्थिक विकास के नये अवसर लेकर आये हैं। पहले यह क्षेत्र बंजर था। आज यहां नये-नये उद्योग लग रहे हैं। युवाओं को रोजगार तथा महिलाओं को आर्थिक रूप से स्वावलम्बी बनने के अवसर प्राप्त हो रहे हैं। विकास की प्रक्रिया से जुड़कर हम उत्तर प्रदेश को बड़े विकसित राज्यों की श्रेणी में लाने हेतु प्रतिबद्ध हैं। यह डेयरी उद्योग उसके प्रतीक के रूप में आज सबके सामने है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि नौकरी की गारण्टी सबको मिलनी चाहिए। लेकिन इसके पहले युवाओं को कार्यकुशल एवं तकनीकी रूप से दक्ष बनाना महत्वपूर्ण है। यहां की इण्डस्ट्री की जरूरतों के अनुसार आई0टी0आई0, पॉलिटेक्निक, डिग्री कॉलेज में नये कोर्स से युवाओं को जोड़ने के प्रयास को आगे बढ़ाना चाहिए। सरकारी योजनाओं को भी इससे जुड़कर आगे बढ़ना होगा। इससे योजनाएं सफल होंगी। नौजवान रोजगार से जुड़ेंगे तो परिवार, समाज और राष्ट्र समृद्धि और खुशहाली की ओर अग्रसर होगा।
ज्ञातव्य है कि इस परियोजना से पूर्वी उत्तर प्रदेश में दुग्ध उत्पादन में वृद्धि एवं पशुपालकों में समृद्धि आएगी। गोरखपुर एवं बस्ती मण्डल में इस परियोजना के तहत दुग्ध उत्पादक सहकारी समितियों का गठन किया जायेगा। जनपद गोरखपुर, देवरिया, कुशीनगर, बस्ती, संतकबीरनगर और सिद्धार्थनगर में 5000 दुग्ध कलेक्शन सेण्टर की स्थापना होगी। 1800 लोगों को प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार प्राप्त होगा। इस परियोजना में प्रतिदिन 05 लाख लीटर दूध की खपत की जाएगी। इसमें से 03 लाख लीटर दूध की पैकेजिंग की जाएगी और 02 लाख लीटर दूध से विभिन्न दुग्ध उत्पाद तैयार किए जाएंगे। इसके लिए 01 लाख किसानों/पशुपालकों से दुग्ध आपूर्ति हेतु अनुबन्ध किया जाएगा।