लखीमपुर कांड में चार्जशीट सार्वजनिक किए जाने पर रोक :आशीष मिश्रा के गुनाहों का खुलासा

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(www.arya-tv.com)लखीमपुर कांड में 90 दिन बाद दायर चार्जशीट सार्वजनिक किए जाने पर फिलहाल रोक लगा दी गई है। मामला केंद्रीय गृहराज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा का है, इसलिए संवेदनशील माना गया है। चार्जशीट में दर्ज गुनाह के जिंदा सबूत कैद नहीं रह सकते।

घटनास्थल से महज 200 मीटर दूर एक पेट्रोल पंप का सीसीटीवी फुटेज है, जिसमें साफ पता चलता है कि आशीष मिश्रा और उसके समर्थक घटना के समय वहां मौजूद थे। दूसरा बड़ा सबूत है बैलेस्टिक रिपोर्ट, जो बताती है कि आशीष मिश्रा की बंदूक से गोलियां चली थीं।
 आशीष मिश्रा और उसके समर्थक घटना के समय वहां मौजूद थे

यहां बनवीरपुर रोड पर स्थित पेट्रोल पंप का सीसीटीवी फुटेज SIT के लिए सबसे अहम सबूतों में से एक है। यह पैट्रोल पंप घटनास्थल से लगभग 200 मीटर की दूरी पर है और उस दिन तमाम गाड़ियां यहीं से होकर गुजर रही थीं। यहां काम करने वाली सुनैना सिंह ने बताया कि वो खुद उस दिन पैट्रोल पंप पर मौजूद थी और भाजपा के झंडे लगी गाड़ियों को बनवीरपुर से किसानों के धरनास्थल पर जाते हुए देखने की गवाह भी हैं। सुनैना से भी एसआईटी ने पूछताछ की है। उन्होंने उस दिन देखा कि इस सड़क पर गाड़ियां ही गाड़ियां जा रही हैं।

बैलेस्टिक रिपोर्ट बताती है कि मंत्री पुत्र की बंदूक से चली थी गोलियां
किसानों की ओर से दर्ज शिकायत में कहा गया है कि मंत्री पुत्र और उसके समर्थकों ने भीड़ पर करीब से गोलियां चलाईं। हालांकि, बचाव पक्ष का कहना है कि मौके पर आशीष मिश्रा की बंदूक थी ही नहीं तो गोली चलने का सवाल ही पैदा नहीं होता। SIT की चार्जशीट का दूसरा अहम सबूत है बैलेस्टिक रिपोर्ट। यह रिपोर्ट बताती है कि मंत्री पुत्र की बंदूक से गोलियां चली थी। इस हथियार में नाइट्रेट के अंश पाए गए हैं जो बारूद के कंपाउंड का एक तत्व होता है। किसी भी हथियार पर नाइट्रेट के अंश तभी आ सकते हैं जब उससे गोली चलाई गई हो।
सरकारी वकील बोले-दस्तावेजी और इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य मौजूद

मामले में सरकारी वकील एसपी यादव ने  बताया कि 5000 पेज की चार्जशीट में गवाहों के बयान के अलावा सभी दस्तावेजी और इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य मौजूद हैं। मामले के लंबा खिंचने पर गवाहों के मुकरने की बात पर उन्होंने कहा कि केस में अब तक परिस्थितिजन्य सबूत इतने मिल चुके हैं कि इस बात से फर्क नहीं पड़ेगा। सभी आरोपियों पर बहुत संगीन धाराएं लगाई गई हैं।
घर पर ही रहता है सुरक्षा में मिला सिपाही
मामले में गवाह पेट्रोलपंप कर्मी सुनैना सिंह को सुरक्षा में एक सिपाही मिला हुआ है। सभी गवाहों को सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर सुरक्षा दी गई है। सुनैना सिंह का कहना है कि वह महिला हैं इसलिए सुरक्षकर्मी को लेकर कहां कहां जाएंगी इसलिए वो घर पर ही रहता है और सुनैना यहां काम करती हैं। बीते एक सप्ताह से वह सुनैना के घर पर भी नहीं है, क्योंकि सुनैना के अनुसार उसके खाने-पीने की व्यवस्था वह नहीं कर सकती हैं। उन्होंने महिला होने के नाते मांग भी की है कि उन्हें सुरक्षा में महिला पुलिस के जवान दिए जाएं।