देश में कोरोना वायरस के मामलों में मामूली वृद्धि के बीच कानपुर जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विशेषज्ञ सतर्कता बरतने की सलाह दे रहे हैं. इसी बीच देश की जानी मानी आईआईटी कानपुर के निदेशक प्रो. मणीन्द्र अग्रवाल का दिया बयान काफ़ी राहत देने वाला है.
मणीन्द्र अग्रवाल ने कहा है कि “कोरोना के केस में हल्की बढ़ोतरी संभव है, लेकिन घबराने की जरूरत नहीं. आंकड़ों की भी बात करें तो अभी उस लेवल पर आंकड़े नही देखने को मिल रहे हैं, इस लिए गणितीय अनुमान लगाकर कुछ कहना मुश्किल है, किंतु भारत की अधिकांश आबादी टीकाकरण और पूर्व संक्रमण से इम्यूनिटी हासिल कर चुकी है. इस लिए घबराने की जगह सतर्क रहने की जरूरत है.
स्वास्थ्य सुविधाएं पहले से कहीं बेहतर- IIT निदेशक
प्रो. अग्रवाल ने जोर देकर कहा कि कानपुर सहित देश के शहरी क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाएं पहले से कहीं बेहतर हैं और वायरस की गंभीरता कम हुई है. उन्होंने नागरिकों से भीड़-भाड़ वाली जगहों पर मास्क पहनने और लक्षण दिखने पर स्वयं को आइसोलेट करने की अपील की.
जिला प्रशासन ने भी लोगों से सावधानी बरतने और अफवाहों से बचने को कहा है. स्वास्थ्य विभाग ने टेस्टिंग और निगरानी बढ़ा दी है ताकि स्थिति नियंत्रण में रहे. विशेषज्ञों का कहना है कि जागरूकता और जिम्मेदार व्यवहार ही इस चुनौती से निपटने का सबसे प्रभावी तरीका है.
बता दें गौतमबुद्धनगर जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी नरेंद्र कुमार ने कहा, ‘‘घर पर ही पृथकवास में रह रही महिला ने 14 मई को ट्रेन से यात्रा की थी. उसके परिवार के सदस्यों के नमूने एकत्र कर जांच के लिए भेज दिए गए हैं. ’’ उन्होंने कहा कि प्रशासन स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार हैं, और लोगों से आग्रह करते हैं कि वे घबराएं नहीं तथा सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करें जिसमें मास्क पहनना और हाथों को नियमित रूप से साफ करना शामिल है.