मां का मास्टरमाइंड! बेटे को बोर्ड परीक्षा पास कराने के लिए शिक्षिका ने खेला गजब खेल, पोल खुली तो फरार

# ## Education National

(www.Arya Tv .Com)  दमोह:  किसी बोर्ड परीक्षा में नकल का ऐसा मामला शायद ही आपने देखा-सुना होगा. दमोह के शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सिंग्रामपुर परीक्षा केंद्र में अंग्रेजी की परीक्षा मजाक बन कर रह गई. यहां सिर्फ पेपर ही लीक नहीं हुआ, बल्कि कॉपियों के बदलने का खेल भी तब से चल रहा था, जब से एमपी बोर्ड की परीक्षाएं शुरू हुई थीं. हैरानी तो तब हुई जब पता चला कि इस षड्यंत्र के पीछे एक मां का दिमाग था.

आरोप है कि प्राथमिक स्कूल में तैनात शिक्षिका अंजना राय अपने बेटे को अच्छे अंक दिलाने के लिए उसकी आंसर शीट की अदला-बदली करने परीक्षा केंद्र के अंदर तक पहुंच जाती थी. उसका बेटा दसवीं की परीक्षा सिंग्रामपुर स्थित केंद्र में दे रहा था. यह खेल तब से चल रहा था, जब से बोर्ड परीक्षा शुरू हुई थी. लेकिन, इसकी भनक स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ता सुनील शुक्ला को लग गई. उन्होंने तत्काल मौके का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया और परीक्षा केंद्र में चल रही मिलीभगत का पर्दाफाश हो गया.

6 शिक्षक दोषी करार
मामले को गंभीरता से लेते हुए आनन-फानन में जिला शिक्षा अधिकारी एसके नेमा मौके पर पहुंचे और जांच की. जांच के दौरान परीक्षा केंद्र में तैनात 6 शिक्षकों को दोषी पाए जाने पर उन्हें निलंबित कर दिया गया, जबकि मुख्य आरोपी शिक्षिका अंजना राय के खिलाफ गोपनीयता भंग के साथ-साथ धारा 144 का उल्लंघन समेत अन्य धाराओं में नजदीकी थाने में मामला दर्ज कराया गया है. बताया जा रहा है कि एफआईआर की जानकारी लगते ही आरोपी शिक्षिका घर में ताला लगाकर फरार हो गई.

शिक्षिका के पास कॉपी और प्रश्न पत्र कहां से आए?
19 फरवरी को सिंग्रामपुर परीक्षा केंद्र से कक्षा दसवीं की अंग्रेजी विषय की कॉपी बदले जाने के मामले में दमोह कलेक्टर मयंक अग्रवाल ने बताया कि परीक्षा सेंटर पर जो आंसरशीट मिली है, वह उस सेंटर की नहीं है. कॉपी को अंदर ले जाते हुए जो व्यक्ति मिला था, वह केंद्र में तैनात एक शिक्षक था, जिसके खिलाफ निलंबन की कार्रवाई करते हुए मामला भी दर्ज किया गया है. पर, सवाल ये उठता है कि मुख्य आरोपी शिक्षिका के पास अंग्रेजी का प्रश्न पत्र और बोर्ड की उत्तर पुस्तिका कहां से आई, जिस पर सवाल हल कर अंदर पहुंचाया जा रहा था?

शिक्षा अधिकारी बोले- जांच जारी
वहीं, इस मामले में जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया कि सिंग्रामपुर उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में जो प्रकरण हुआ है, उसके संदर्भ में चार प्राथमिक शिक्षकों को पूर्व में ही निलंबित किया जा चुका है. केंद्र अध्यक्ष और सहायक केंद्र अध्यक्ष को भी डीपीआई कार्यालय द्वारा निलंबित किया जा चुका है. हालांकि, शिक्षा अधिकारी कई सवालों के जवाब देने से अब भी बचते नजर आ रहे हैं.