टीजेपी से खून का बदला खून… 24 सैनिकों की मौत के बाद अफगानिस्‍तान में हमले की तैयारी में पाकिस्‍तानी सेना

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(www.arya-tv.com) खैबर पख्‍तूनख्‍वां प्रांत में तहरीक-ए- जिहाद पाकिस्‍तान के भीषण हमले में 24 पाकिस्‍तानी सैनिकों की मौत के बाद अब जनरल मुनीर की सेना बौखला गई है। पाकिस्‍तान ने अफगानिस्‍तान की तालिबान सरकार से इस हमले के दोषियों के खिलाफ ऐक्‍शन के लिए कहा है।

वहीं पाकिस्‍तानी मीडिया के मुताबिक जनरल मुनीर की सेना अफगानिस्‍तान के अंदर आतंकी ठिकानों पर हवाई या ड्रोन हमले को अंजाम दे सकती है। सेना के सूत्रों के मुताबिक पाकिस्‍तान की सेना अब इस हमले में शामिल आतंकियों के खिलाफ ‘विनाशकारी और निर्णायक’ कार्रवाई कर सकती है।

पाकिस्‍तान में कई वर्षों के बाद इतना बड़ा हमला हुआ है जिसमें इतने ज्‍यादा सैनिकों की जान गई है।पाकिस्‍तानी अखबार एक्‍सप्रेस ट्रिब्‍यून की रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि पाकिस्‍तानी सेना इस घृणित हमले के दोषियों को माफ नहीं करेगी।

इससे पहले पाकिस्तान के डेरा इस्माइल खान के दरबान इलाके में मंगलवार को एक चेकपोस्ट पर हुए आतंकी हमले में पाकिस्तानी सेना के 24 जवान मारे गए थे। पाकिस्तानी मीडिया आउटलेट डॉन ने सेना के मीडिया मामलों के विंग का हवाला देते हुए बताया कि 12 दिसंबर की सुबह छह आतंकवादियों ने सुरक्षा चौकी पर हमला किया।

टीटीपी ने पैदा किया है टीजेपी ?

पाकिस्‍तानी सेना के प्रोपेगेंडा विंग आईएसपीआर ने कहा, ‘पोस्ट में आतंकियों के प्रवेश करने के प्रयास को प्रभावी ढंग से विफल कर दिया गया, जिससे आतंकवादियों को विस्फोटक से भरे वाहन को पोस्ट में घुसाने के लिए मजबूर होना पड़ा।

इसके बाद एक आत्मघाती बम हमला हुआ जिसके चलते विस्फोटों के कारण इमारत ढह गई, जिससे कई मौतें हुईं। 23 सैनिक शहीद हो गए। सभी छह आतंकवादियों को मार दिया गया।”

तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) से संबद्ध एक नए समूह तहरीक-ए-जिहाद पाकिस्तान ने हमले की जिम्मेदारी ली है। बताया जा रहा है कि मरने वालों की संख्‍या 24 को पार कर गई है।

इस वर्ष आतंकवादी हमलों में सेना की ओर से एक दिन में मरने वालों की यह सबसे अधिक संख्या है। मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि इससे पहले जुलाई में बलूचिस्तान के झोब और सुई इलाकों में अलग-अलग सैन्य अभियानों में 12 सैनिक मारे गए थे।

एक्स पर एक पोस्ट में, कार्यवाहक आंतरिक मंत्री सरफराज बुगती ने ‘पुलिस स्टेशन पर आतंकवादी हमले’ की निंदा की और लोगों की मौत पर गहरा दुख व्यक्त किया। पाकिस्‍तानी सेना ने कहा कि उसने 17 आतंकियों को मार गिराया है।

माना जाता है कि टीजेपी अफगानिस्‍तान में सक्रिय आतंकी संगठन टीटीपी का एक अंग है और वह दबाव बढ़ाने के लिए उसके जरिए हमले करा रहा है। वहीं टीटीपी को तालिबान का पूरा समर्थन हासिल है।