गोरखपुर(www.arya-tv.com) सामान्य तौर पर गोरखपुर समेत पूरे पूर्वांचल में सुनहरे रंग के गेहूं की खेती होती है, लेकिन अब यहां काले रंग के गेहूं की खेती भी शुरू हो गई है। चौरीचौरा के झंगहा इलाके के अमहिया नामक गांव में कई किसानों ने इस प्रजाति के गेहूं की खेती शुरू की है।
गेहूं की इस प्रजाति में न सिर्फ जिंक, आयरन समेत कई अन्य तरह के पोषक तत्व हैं, बल्कि शुगर, ब्लड प्रेशर, गठिया, मोटापा आदि रोगों के नियंत्रण में भी यह काफी फायदेमंद होता है। सामान्य गेहूं की तुलना में यह तीन से चार गुना तक ज्यादा महंगा है, यानि किसानों के लिए भी काफी फायदेमंद है।
बेतियाहाता निवासी गौतम त्रिपाठी ने झंगहा इलाके के अमहिया में अपने फार्म हाउस की जमीन पर इस विशेष किस्म का गेहूं लगाया है। उनके अलावा अमहिया के ही महेंद्र सिंह, उदय प्रताप सिंह, अमरनाथ सिंह, रविंद्र सिंह ने भी अपने खेत में प्रयोग के तौर पर काले गेहूं की फसल लगाई है। गौतम त्रिपाठी ने बताया कि इंदौर में नौकरी के दौरान उन्हें काले गेहूं के बारे में जानकारी मिली।
उसके बाद उन्होंने गोलघर स्थित एक बीज भंडार के माध्यम से इस विशेष प्रजाति के गेहूं के बीज को मंगाया। डेढ़ एकड़ में इसकी खेती की है। आठ हजार रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से इसके बिकने की संभावना है। इसकी उपज भी सामान्य गेहूं की तरह ही होगी। बस इसकी बुआई सामान्य गेहूं की तुलना में 15 दिन बाद तक करनी होती है।