(www.arya-tv.com) संसद का शीतकालीन सत्र जारी है। आज इस सत्र का पांचवा दिन है। गुरुवार को लोकसभा में केंद्रीय विश्वविद्यालय बिल-2023 पास हो गया। वहीं जम्मू-कश्मीर से जुड़े दो बिलों को गृहमंत्री अमित शाह ने राज्यसभा में पेश किया।
इस बिल को लेकर सदन में जोरदार बहस देखने को मिली। इधर आज टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा पर लोकसभा की आचार समिति की रिपोर्ट सदन में पेश की जा सकती है। लोकसभा और राज्यसभा से लेटेस्ट अपडेट्स के लिए बने रहें एनबीटी ऑनलाइन के साथ।
बीजेपी ने जारी किया व्हिप
सत्ताधारी भाजपा ने अपने सभी लोकसभा सांसदों को तीन लाइन का व्हिप जारी कर शुक्रवार को सदन की कार्यवाही के दौरान दिनभर सदन में मौजूद रहने का निर्देश दिया है।
कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी का स्थगन प्रस्ताव
कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव नोटिस दिया और कतर में 8 पूर्व भारतीय नौसेना कर्मियों को मौत की सजा को लेकर चर्चा की मांग की।
कांग्रेस नेता गौरव गोगोई ने दिया स्थगन प्रस्ताव
संसद के शीतकालीन सत्र के पांचवे दिन कार्यवाही से पहले कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने दिल्ली में वायु गुणवत्ता संकट पर चर्चा के लिए लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव का नोटिस दिया।
महुआ मामले में आज पेश होगी रिपोर्ट
TMC सांसद महुआ मोइत्रा मामले में शुक्रवार को लोकसभा की एथिक्स कमिटी अपनी रिपोर्ट पेश कर सकती है। पहले यह रिपोर्ट सोमवार को सदन में पेश करने के लिए लिस्टेड थी। मगर, सदन में रिपोर्ट पेश नहीं की गई।
माना जा रहा है कि रिपोर्ट में सांसद महुआ मोइत्रा को ‘पैसे लेकर सवाल पूछने’ के आरोप में निष्कासित करने की सिफारिश की गई है। BJP ने अपने सांसदों ने लिए ह्विप भी जारी किया है। पार्टी ने शुक्रवार को सभी सांसदों से सदन में मौजूद रहने को कहा है।
राज्यसभा में हेट स्पीच और पराली का मामला उठाया गया
कांग्रेस के प्रमोद तिवारी ने राज्यसभा में हेट स्पीच का मुद्दा उठाया और कहा कि यह बहुत ही गंभीर मामला है। उन्होंने कहा कि नफरत फैलाने वाले भाषण देने वाले नेताओं के चुनाव लड़ने पर रोक लगाने समेत आवश्यक कार्रवाई की जानी चाहिए।
उन्होंने इस मुद्दे पर सभी से दलगत राजनीति से ऊपर उठकर विचार-विमर्श करने की अपील की। उन्होंने कहा कि राजनीतिक लाभ के लिए नफरत फैलाने वाले भाषण दिए जा रहे हैं। ऐसा करने वालों के चुनाव लड़ने पर रोक लगनी चाहिए। खासतौर से संवैधानिक पदों पर बैठे लोग अगर ऐसा करते हैं तो कार्रवाई होनी चाहिए।
प्रदूषण और पराली जलाने का मुद्दा उठा
आम आदमी पार्टी के सांसद संदीप पाठक ने कहा कि कोई किसान पराली नहीं जलाना चाहता। किसान पराली न जलाए, इसके लिए पंजाब सरकार ने ऑफर दिया है कि किसानों को प्रति एकड़ एक हजार रुपये का मुआवजा दिया जाएगा।
अगर केंद्र भी इसमें 1500 रुपये प्रति एकड़ जोड़ दे तो किसानों को फायदा होगा। इस पर पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने कहा कि केंद्र की ओर से राज्य सरकारों को विशेष अनुदान दिया गया है। पराली जलाने से रोकने के लिए उपाय किए गए हैं।
हरियाणा समेत कई राज्यों में पराली जलाने की घटनाओं में कमी आई है, लेकिन पंजाब में पराली जलाने के मामलों में कमी नहीं आई है। कांग्रेस सांसद मुकुल वासनिक ने केंद्र से सवाल किया कि दिल्ली में वायु प्रदूषण के कारण कुछ समय के लिए ऑफिस और स्कूल तक बंद करने पड़े थे।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार इस दिशा में क्या कदम उठा रही है। पर्यावरण मंत्री ने कहा कि दिल्ली में औद्योगिक प्रदूषण, ट्रांसपोर्ट से होने वाले प्रदूषण को रोकने के कई तरह के उपाय किए गए हैं। धूल से होने वाले प्रदूषण को रोकने के लिए गाइडलाइंस जारी की गई हैं।
जम्मू-कश्मीर में पर्यटकों की संख्या बढ़ी
केंद्रीय पर्यटन मंत्री जी. किशन रेड्डी ने राज्यसभा में बताया कि इस साल के पहले 11 महीनों में दो करोड़ पर्यटकों ने जम्मू कश्मीर की यात्रा की जो केंद्रशासित प्रदेश के इतिहास में एक रेकॉर्ड है।
वहीं, सरकार हर शिक्षण संस्थान में एक ‘युवा पर्यटन क्लब’ की स्थापना करने की योजना पर काम कर रही है। अब तक 35 हजार ऐसे क्लब बन चुके हैं। पहले पूर्वोत्तर में रेल, रोड और वायु संपर्क पर्याप्त नहीं था और इस सरकार ने उस क्षेत्र में बुनियादी ढांचा के विकास पर जोर दिया है।
संसद में फिल्म ‘एनिमल’ में दिखाई हिंसा का मुद्दा उठाया गया
कांग्रेस सांसद रंजीत रंजन ने शून्यकाल में फिल्मों में दिखाए जाने वाली हिंसा पर चिंता जताते हुए कहा कि इससे युवाओं पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है। फिल्मों को देखकर युवा वर्ग प्रभावित होता है और जिस तरह से फिल्मों में गैंगवॉर दिखाया जाता है, वह ठीक नहीं है।
आजकल कुछ ऐसी पिक्चरें आ रही हैं जिसमें काफी हिंसा दिखाई गई है। कबीर, पुष्पा से लेकर आजकल ‘एनिमल’ फिल्म चर्चा में है। उन्होंने कहा कि उनकी बेटी के साथ बहुत सारी बच्चियां कॉलेज में पढ़ती हैं लेकिन वो आधी पिक्चर में ही उठकर रोती हुई हॉल से बाहर चली आईं। फिल्मों में महिलाओं का अपमान और हिंसा को बढ़ावा दिया जा रहा है।
इन फिल्मों में महिलाओं के अपमान को जस्टिफाई करते दिखाया गया है, जो बहुत गलत बात है। उन्होंने कहा कि सेंसर बोर्ड ऐसी फिल्मों को कैसे बढ़ावा दे रहे हैं। ये फिल्में कैसे पास होकर आती हैं। फिल्मों में दिखाई जाने वाली हिंसा का युवाओं पर काफी असर पड़ता है।