क्रिप्टोकरेंसी इन्वेस्टर्स को बड़ा झटका:निवेशकों के करीब 7 लाख करोड़ डूबे

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(www.arya-tv.com)क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने वालों को बड़ा झटका लगा है। भारी बिकवाली के कारण बिटक्वॉइन एक महीने में पहली बार 30 हजार डॉलर से नीचे पहुंच गया। मंगलवार को दोपहर करीब 12.30 बजे बिटक्वॉइन की कीमत 6.22% की गिरावट के साथ 29,831.70 डॉलर प्रति यूनिट पर कारोबार कर रही थी। इससे पहले 22 जून को बिटक्वॉइन 30 हजार डॉलर के नीचे आया था।

दूसरी क्रिप्टोकरेंसी का हाल

मंगलवार को इथेरियम 7.86% की गिरावट के साथ 1762 डॉलर प्रति यूनिट, टीथर 0.02% की गिरावट के साथ 1 डॉलर प्रति यूनिट, बिनाका क्वॉइन 12.03% की गिरावट के साथ 266 डॉलर प्रति यूनिट, डॉगक्वाइन 7.58% की गिरावट के साथ 0.1662 डॉलर प्रति यूनिट, इथेरियम क्लासिक 7.18% की गिरावट के साथ 39.06 डॉलर प्रति यूनिट पर कारोबार कर रही है।

सोमवार को क्रिप्टोकरेंसी निवेशकों के 98 अरब डॉलर (करीब 7 लाख करोड़ रुपए) डूब गए थे।

ट्रेडर्स ने कहा

कुछ ट्रेडर्स का कहना है कि 30 हजार का सपोर्ट टूटने से ज्यादा नुकसान हो सकता है। अगर यह गिरावट जारी रहती है तो वो किप्टोकरेंसी मार्केट को ज्यादा नुकसान पहुंचा सकती है। उनका कहना है कि धीमी आर्थिक वृद्धि और कोविड-19 के डेल्टा वैरियंट के कारण ग्लोबल इक्विटी गिर रही है।

सिंगापुर में क्रिप्टोक्यूरेंसी एक्सचेंज लूनो के साथ एशिया पैसिफिक के प्रमुख विजय अय्यर का कहना है कि हमें एक और बुल ट्रेंड फिर से शुरू करने से पहले एक और बेस बनाने की जरूरत है।

अमेरिकी शेयर बाजार में अक्टूबर के बाद सबसे बड़ी गिरावट

सोमवार को डाओ जोन्स में अक्टूबर 2020 के बाद सबसे बड़ी गिरावट देखी गई। अमेरिकी बाजार में 19 जुलाई को इसमें 2.09% भारी गिरावट रही। कोरोना की तीसरी लहर की आशंका ने आर्थिक सुधार के संकेत को कमजोर कर दिया है सोमवार को डाओ जोन्स 2.09% गिरावट के साथ 33962 के स्तर पर बंद हुआ। S&P 500 में 1.58% और नैस्डैक में 1.06% की गिरावट रही।

भारतीय शेयर बाजार पर भी असर

कोरोना की संभावित तीसरी लहर का असर भारतीय शेयर बाजार पर भी दिख रहा है। बाजार में आज लगातार तीसरे दिन गिरावट देखी जा रही है। सेंसेक्स करीब आधा परसेंट के साथ और निफ्टी आधा परसेंट से ज्यादा गिरावट के साथ ट्रेड कर रही है।

बिटक्वॉइन 65 हजार डॉलर का स्तर पार कर चुका

अप्रैल के बीच में बिटक्वॉइन 65 हजार डॉलर के स्तर को पार कर गया था। 14 अप्रैल को उच्च स्तर पर पहुंचने के बाद बिटक्वॉइन की कीमतें लगातार गिर रही हैं। अब तक बिटक्वॉइनकी कीमतों में 50% से ज्यादा की गिरावट आ गई है। अप्रैल में बिटक्वॉइन का मार्केट कैप 1 ट्रिलियन डॉलर (74.62 लाख करोड़ रुपए) के आंकड़े को पार कर गया था।

क्या है बिटक्वाइन?

बिटक्वॉइन वर्चुअल करेंसी है। इसकी शुरुआत साल 2009 में हुई थी, जो कि अब धीरे-धीरे इतनी लोकप्रिय हो गई है कि इसकी एक बिटक्वॉइन की कीमत लाखों रुपये में के बराबर पहुंच गई है। इसे क्रिप्टोकरेंसी भी कहा जाता है, क्योंकि भुगतान के लिए यह क्रिप्टोग्राफी का इस्तेमाल करता है।