- विपुल लखनवी ब्यूरो प्रमुख
नवी मुंबई। मतदान की अपील करने पर भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र के अधिकारियों द्वारा बनाई गई व्हाट्सएप ग्रुप में व्यक्तिगत रूप से हिंदी में पोस्ट द्वारा मतदान की अपील करने पर अपमानित करने की सूचना प्राप्त हुई है। यह घटना किसी और के साथ नहीं स्वयं विपुल सेन उर्फ विपुल लखनवी के साथ घटित हुई है। ज्ञात हो विपुल जी परमाणु ऊर्जा विभाग के लोगों द्वारा बनाए गए एक ग्रुप जो मेडिकल हेल्थ से संबंधित है जिसका नाम CHSS BENIFICIARY ग्रुप है इस ग्रुप में विभाग से संबंधित कठिनाइयों पर चर्चा की जाती है। 20 मई को मतदान दिवस होने पर कवि होने के कारण विपुल लखनवी जी ने मतदान की अपील करते हुए एक गैर राजनीतिक देशभक्ति की कविता पोस्ट की। जिसपर इक्का दुक्का लोगों ने आपत्ति की। उनकी आपत्ति यह थी कि इस ग्रुप में हिंदी क्यों पोस्ट की गई और मतदान की अपील क्यों की गई। यह सोचने की बात है कि मतदान के लिए भारत सरकार करोड़ों रुपए खर्च करती है और जो देश के भविष्य के साथ जुड़ा होता है उसपर यह टिप्पणी करना उसको डिलीट करना कितना गलत है क्योंकि एक तो यह समाज के हित के लिए की गई टिप्पणी और दूसरे हिंदी में लिखी गई कविता जो की राजभाषा में लिखी गई उसका भी अपमान है।
विपुल जी ने अपील कविता निवेदन के साथ दोबारा फिर पोस्ट करी। जिसको एक सेवानिवृत्त एडमिन आर चौधरी ने फिर डिलीट कर दिया। मतदान की अपील का और राजभाषा का इससे अधिक अपमान शायद कहीं भी केंद्र सरकार के कर्मचारियों द्वारा किया गया हो।
इस पत्र के माध्यम से केंद्र सरकार से अपील की जाती है और चुनाव आयोग से भी अपील की जाती है की संज्ञान ले और उचित कार्रवाई करें।
ये कविता है
चलो चलो मतदान कर आएं।
हम अपना कर्तव्य निभाएं।।
देश हमारा सबसे ऊपर।
विकसित राह हम पुनः बनाएं।।
जातिभेद मानसिक विकृति है।
स्थिर दृढ़ सरकार बनाएं।।
कलम विपुल की नमन करेगी।
यदि अपना मतदान करोगे।।
मत मतदान करो साजिश को।
देश प्रेमपर बलि बलि जाएं।।
विपुल लखनवी नवी मुंबई।