Kashi Vishwanath Corridor लोकार्पण से पहले वाराणसी में निकलेगी शिव बरात, बाबा बनेंगे दूल्हा

UP Varanasi Zone

(www.arya-tv.com) देवाधिदेव महादेव की बारात तो महाशिवरात्रि पर निकाली जाती है, लेकिन विस्तार और साज-संवार के बाद निखर उठे श्रीकाशी विश्वनाथ धाम के लोकार्पण से पहले बाबा दूल्हा बनेंगे। महामृत्युंजय महादेव मंदिर से श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर तक बरात निकाली जाएगी। इसमें पूरे शहर की भागीदारी तो कराई ही जाएगी, लोकार्पण समारोह के लिए आमंत्रित भी किया जाएगा। इसकी जिम्मेदारी चार दशक से महाशिवरात्रि पर शिव बरात का आयोजन करने वाली दारानगर शिव बरात समिति को दी गई है।

खास यह कि इस बरात में सभी धर्म के लोग शामिल होते हैं। शंख-डमरू, शहनाई और ढोल तासा की धुन पर नगरवासी शिव के गण भूत-पिशाच, सर्प, बंदर, भालू आदि बाबा की बरात में शामिल होते हैं। आयोजन समिति के अध्यक्ष जगदंबा तुलस्यान और महामंत्री दिलीप सिंह ने बताते हैं कि इस भव्य शोभायात्रा में देश की 11 नदियों का जल शामिल किया जाएगा। शोभायात्रा में श्रीहनुमान ध्वजा प्रभात फेरी और श्रीश्याम मंडल की ओर से 21 ध्वजा की यात्रा निकालने की सहमति संस्था के पदाधिकारियों ने दी है।

कारीडोर का कटआउट, शिवलिंग हाटकेश्वर महादेव, डमरू दल (40 व्यक्ति) बड़ी पियरी से, दरबार बैंड, मुन्ना बैंड, मोनू का ढोल, डीजे, लालजी (भूत के स्वरूप में), मिकी माउस, जादूगर (बैल गाड़ी), लाग (ट्राली), रानी लक्ष्मीबाई (घोड़े), शिव तांडव की झांकी की प्रस्तुति (अनुराग मौर्य), राधा कृष्ण का प्रतिरूप, डांडिया, श्वेतांबर जैन समाज ललित मंडली, राजस्थानी घोड़ा नृत्य, पांच तरह के रथ सहित अन्य झांकियां भी शामिल रहेंगी। शोभायात्रा की समाप्ति के बाद वापसी में एक दल बाबा को चढ़ाया हुआ प्रसाद वितरित करेगा।