यूपी की बेटी ने तैयार किया साग से जादुई पाउडर, दूर होगी पौधों की बीमारी, जमीन की बढ़ेगी उर्वरक क्षमता

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(www.arya-tv.com)अक्सर देखने को मिलता है कि खेतों में जब गेहूं, सरसों सहित अन्य फसलों में बथुआ हो जाता है तो उन किसानों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता है. कई बार उस बथुआ को किसान उखाड़ कर फेंक भी देते हैं. ताकि गेहूं की फसल की बढ़त को नुकसान ना हो. लेकिन आप जानकर हैरान हो जाएंगे की यही बथुआ अब जल्द ही किसानों के लिए काफी लाभदायक साबित होगा. दरअसल, चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के बॉटनी डिपार्टमेंट की शोध छात्र सादिया ने बथुए पर एक रिसर्च किया है. जिसमें उन्होंने बथुए में विभिन्न ऐसे पदार्थ पाए हैं. जिसके माध्यम से फसलों को लगने वाली बीमारियां दूर होंगी.

रिसर्च स्कॉलर सादिया समर ने लोकल-18 से खास बातचीत करते हुए बताया कि बथुआ पर रिसर्च करने में उन्हें नैनो उर्वरक क्षमता पैदा करने में सफलता मिली है. उन्होंने बताया कि बथुआ को उबालने पर निकले अर्क में जिंक सल्फेट को घोलकर मिलाया. जिसके बाद कम आग पर गर्म किया गया. जिससे पानी उड़ जाता है और एक पाउडर के रूप में नैनो पार्टिकल तब्दील हो जाता है. इसी पानी को जब फ़र्टिलाइज़र के तौर पर पौधों पर छिड़काव किया गया. तो उससे फसल भी बेहतर हुई. साथ ही जमीन की उर्वरक क्षमता में भी वृद्धि हुई है. उन्होंने बताया कि नैनो पार्टिकल से मिट्टी में जिंक की कमी पूरी होगी. वही जिंक के साथ मैग्नीशियम, पोटेशियम और कॉपर के भी नैनो पार्टिकल मिले हैं. जिससे अब बायो आधारित फर्टिलाइजर बनाने का रास्ता साफ हो गया है.

किसानों को होगी काफी मदद
बॉटनी डिपार्टमेंट के प्रोफेसर अशोक कुमार कहते हैं कि देखा जाता है की बथुए में लागत लगाने की आवश्यकता नहीं होती है. खुद ही हो जाता है. ऐसे में भविष्य में किसानों को इससे काफी मदद मिलेगी. क्योंकि अभी तक जो केमिकल आधारित फर्टिलाइजर का उपयोग होता है. उससे कहीं ना कहीं जमीन की उर्वरक क्षमता को नुकसान होता है. लेकिन जब इस तरह के फर्टिलाइजर का उपयोग होगा. तो उससे फसल भी बेहतर होगी. जमीन की उर्वरक क्षमता भी बढ़ेगी.

रिसर्च को पेटेंट भी मिल गया
बताते चलें की सादिया के इस रिसर्च को नोवेल मेथड फॉर ग्रीन सिंथेसिस ऑफ नैनोपार्टिकल्स एज नैनोफर्टिलाइजर यूजिंग चेनोपोडियम एल्बम एंड प्रोडक्ट देयर ऑफ नाम से पेटेंट भी मिल गया है. वहीं अंतरराष्ट्रीय साइंस जनरल मैटेरियल साइंस से प्रकाशित किया है. ऑनलाइन लैब, ग्राउंड में मटर के पौधे पर इसके पाउडर का उपयोग किया है. जिसमें बेहतर रिजल्ट मिला है.