शरद पवार की उम्र पर वार, रिटायरमेंट के नाम पर कोसा, नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री बनाने का प्रण, एकनाथ शिंदे के गढ़ में अजित पवार

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(www.arya-tv.com) एनसीपी के शरद पवार गुट को छोड़कर उप मुख्यमंत्री बनने के बाद अजित पवार पहली बार मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के गढ़ कल्याण तालुका पहुंचे। उनके स्वागत में पुष्प वर्षा की गई और कार्यकर्ताओं ने शक्ति प्रदर्शन किया।

महाराष्ट्र की राजनीति में सियासी उलट-पुलट और राज्य के उप मुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी उनके कंधों पर होने के बाद अजित पवार पहली बार कल्याण तालुका में आए, इसलिए उनके दौरे को राजनीतिक तौर पर खास अहमियत मिल रही है।

इस मौके पर आगामी लोकसभा चुनाव के लिए मोर्चाबंदी और ठाणे जिले की ग्रामीण इलाकों में पार्टी की संगठनात्मक ताकत बढ़ाने पर जोर दिया गया। अजित ने कहा कि हम तीसरी बार प्रधानमंत्री के रूप में मोदी का समर्थन करना चाहते हैं।

हमारी भूमिका अधिकतम संख्या में सांसद चुनने की है। उनका कहना है कि 58 बरस के बाद लोग रिटायर हो जाते हैं, लेकिन उसके बाद भी लोग काम करते हैं 65 तक, 70 तक या 75 वर्ष तक।

उसके बाद भी नौकरी को तैयार हो जाते हैं, लेकिन आजकल तो लोग 84 वर्ष के हो जाते हैं और रिटायर होने का नाम नहीं लेते हैं। उनका कटाक्ष शरद पवार की तरफ माना जा रहा है।

‘मराठा आरक्षण पर बिना किसी रोक-टोक के निर्णय लेना जरूरी’

मराठा आरक्षण को लेकर आंदोलन करने वाले जरांगे के उस बयान का जवाब अजित ने दिया, जिसमें उन्होंने कहा था कि अजित पवार ही छगन भुजबल को विरोध करने के लिए कहते हैं।

अजित पवार ने कहा कि मेरे विचार स्पष्ट हैं। मैंने आरक्षण पर जो स्टैंड लिया था, उस पर अब भी कायम हूं। उन्होंने कहा कि वह सुप्रीम कोर्ट में आरक्षण को बरकरार रखने की कोशिश कर रहे हैं। आरक्षण के संबंध में राज्य के मुख्यमंत्री को सर्वदलीय बैठक बुलाकर 62 प्रतिशत आरक्षण पर बिना किसी रोक-टोक के निर्णय लेना जरूरी है।

‘आने वाले समय में तीनों पार्टियां एक साथ बैठक करेंगी’

अजित पवार ने कहा कि लोकसभा की तर्ज पर एनसीपी के प्रदेश अध्यक्ष सुनील तटकरे, बीजेपी के चंद्रशेखर बावनकुले और शिवसेना के उदय सामंत की सहयोगी पार्टियों की बैठक हुई है। यहां से तय हुआ है कि तीनों पार्टियां एक साथ बैठक करेंगी और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, मैं और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस एक साथ जाएंगे।

14 जनवरी से हमने सभी कार्यकर्ताओं को पार्टी के एक साथी कार्यकर्ता से चर्चा करने के निर्देश भी दिए हैं। तीनों पार्टियों का इरादा अपनी ताकत झोंककर ज्यादा से ज्यादा सीटें जीतने का है।

‘गुंडागर्दी पर पुलिस रखे कड़ी नजर’

ठाणे जिले में गुंडागर्दी बढ़ने के सवाल पर अजित पवार ने कहा कि ठाणे जिले में गुंडागर्दी बढ़ने के बारे में बात करने जैसी कोई वजह नहीं है। ठाणे जिले में जनसंख्या बढ़ी है।

ठाणे जिले में बड़ी संख्या में लोग बाहर से काम के लिए आए हैं। बड़े पैमाने पर शहरीकरण के कारण यहां कुछ अवैध गतिविधियां होती रहती हैं। ऐसा होने से रोकने के लिए पुलिस का काम कानून-व्यवस्था बनाए रखना है।

खास प्रतिसाद नहीं

अजित पवार गुट ने कल्याण तालुका में कार्यकर्ता सम्मेलन आयोजित किया था, लेकिन इसमें खास प्रतिसाद नही मिला। कार्यक्रम में भीड़ नही होने के कारण अजित पवार को कुछ देर तक रेस्ट हाउस में आराम करना पड़ा।

अजित पवार का भाषण शुरू हुआ, तो सबकी नजर खाली कुर्सियों पर पड़ी। इस दौरान महाराष्ट्र प्रदेश के अध्यक्ष सुनील तटकरे, आनंद परांजपे, प्रमोद हिंदू राव, पारसनाथ तिवारी सहित कई लोग मंच पर मौजूद थे।