Atiq Ahmed के खानदान के एक और फर्जीवाड़े का खुलासा, 70 करोड़ का है मामला, जांच के आदेश

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(www.arya-tv.com) माफिया अतीक अहमद की मौत के एक साल बाद भी उसके परिवार और गिरोह के काले कारनामों के सामने आने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. प्रयागराज पुलिस को जानकारी मिली है कि माफिया अतीक अहमद के रसूख के दम पर उसके छोटे भाई खालिद अजीम उर्फ अशरफ के ससुराल वालों ने सत्तर करोड रुपए कीमत की दो वक्फ प्रॉपर्टीज पर कब्जा कर फर्जी तरीके से उसका बैनामा अपने नाम करा लिया था.

चौंकाने वाली जानकारी सामने आने के बाद अब इस मामले में जांच के आदेश दे दिए गए हैं. इससे पहले माफिया अतीक अहमद द्वारा खुद भी प्रयागराज शहर के सल्लाहपुर इलाके में पचास करोड रुपए की सात बीघा क्षेत्रफल की वक्फ प्रापर्टी को फर्जीवाड़े के जरिए हथियाने का खुलासा हो चुका है. कहा जा सकता है कि माफिया अतीक अहमद, उसका परिवार और गिरोह के सदस्य दूसरों की जमीन पर तो कब्जा करते ही थे, लेकिन साथ ही अल्लाह के नाम वाली वक्फ जमीनों को भी हड़पने से बाज नहीं आते थे.

अतीक अहमद के परिवार और उसके गिरोह के काले कारनामों की जांच कर रही प्रयागराज पुलिस को जानकारी मिली है कि माफिया के भाई अशरफ के ससुराल वालों ने प्रयागराज शहर के पुरामुफ्ती इलाके और कौशांबी जिले की चायल तहसील में दो वक्फ प्रॉपर्टी को फर्जी तरीके से हड़प लिया है. इन जमीनों पर पहले अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ के नाम पर कब्जा किया गया और बाद में फर्जी डॉक्यूमेंट के जरिए उसका बैनामा अपने पक्ष में करा लिया गया.

प्रयागराज पुलिस को मिले कागजी दस्तावेजो के मुताबिक प्रयागराज शहर के पुरामुफ्ती थाना क्षेत्र के भीखपुर मेडवारा गांव में स्थित 8874 वर्ग जमीन वक्फ प्रॉपर्टी थी. इस वक्फ प्रॉपर्टी के मुतवल्ली सैयद मोहम्मद असियम ने अपने एक अन्य सहयोगी मोहसिन अहमद के साथ मिलकर इसका बैनामा अशरफ के साले मोहम्मद जैद और उसकी पत्नी तलकीमा के नाम कर दिया था. इतना ही नहीं अशरफ के ससुराल वालों को इस जमीन पर कब्जा भी दिला दिया गया था.

रेलवे के एक ठेकेदार को दे दिया
पुलिस के मुताबिक इसके अलावा कौशांबी जिले की चायल तहसील के मीरपुर गांव में भी तकरीबन आधा हेक्टेयर जमीन का बैनामा इसी तरह से अशरफ के ससुराल वालों के नाम कराया गया. पुलिस सूत्रों के मुताबिक जिन दो वक्फ जमीनों को अशरफ के ससुराल वालों के नाम ट्रांसफर किया गया, उन दोनों की अनुमानित बाजारू कीमत तकरीबन 70 करोड रुपए हैं. पुलिस को मिली जानकारी के मुताबिक अशरफ के ससुराल वालों ने सललाहपुर इलाके में स्थित वक्फ प्रॉपर्टी को फर्जी तरीके से हड़पने के बाद उसे किराए पर रेलवे के एक ठेकेदार को दे दिया था.

ठेकेदार से इसके बदले हर महीने करीब पांच लाख रुपए किराया वसूला जाता था. अतीक अहमद के परिवार वालों द्वारा कब्जा की गई एक वक्फ प्रॉपर्टी को पिछले साल कुर्क भी किया गया है. कुर्की की कार्रवाई के दौरान ही पुलिस को वहां से कुछ ऐसी पर्चियां मिली थी, जिससे यह साबित होता था कि माफिया अतीक के भाई अशरफ के जेल जाने के बाद उसकी पत्नी जैनब फातिमा उर्फ रूबी वसूली का काम करती थी.