असदुद्दीन ओवैसी ने विपक्ष पर बोला हमला, यूपी चुनाव में मुसलमान सपा, बसपा, कांग्रेस की गुलामी नहीं करेंगे

Meerut Zone

(www.arya-tv.com) ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिममीन (एआईएमआईएम) के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने मेरठ के किठौर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि विधानसभा चुनाव में मुसलमान सपा, बसपा, कांग्रेस की गुलामी नहीं करेगा। मुस्लिम उनकी पार्टी के बैनर तले खुद की सियासी जमीन तैयार कर वोट की ताकत से लीडरशीप तय करेंगे। ओवैसी ने कोरोना वैक्सीन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 100 करोड़ डोज के दावे को झूठा बताया। कहा जब देश में 31 प्रतिशत लोगों को ही वैक्सीन की डोज लगी तो 100 करोड़ संख्या कैसे हो गई।

ओवैसी ने कहा कि मुसलमान हमेशा से सपा, बसपा और कांग्रेस को वोट देता आया है। मुस्लिमों के बाप-दादाओं ने हमेशा इन पार्टियों को वोट दिया है। लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। अखिलेश यादव पर वार करते हुए कहा कि मुस्लिमों का वोट लेकर भी वह तीन चुनाव हार गए। अब कौन सा गणित है जिससे वह सत्ता में आएंगे। अब चुनाव आया है तो जिंदगी और मौत का सवाल है कहकर वोट मांग रहे हैं। 

असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि जिंदगी मौत का असल सवाल यह है कि यूपी की जेलों में 47 फीसदी संख्या मुस्लिमों की है और पिछले पांच सालों में 37 फीसदी एनकाउंटर मुस्लिमों के ही हुए हैं। सीएए और एनआरसी के विरोध में मेरठ में मारे गए पांच युवकों का जिक्र करते हुए विपक्षी पार्टियों और योगी सरकार पर निशाना साधा। पिछले पांच साल में मारे गए मुस्लिमों के परिवारों से कोई मिलने नहीं पहुंचा, अब चुनाव आते ही ये मिलने जा रहे हैं। ओवैसी ने कहा ओवैसी की पार्टी वोट काटने आई है। सवाल यह है कि 2014 से और 2019 तक के चुनावों में मुस्लिमों ने भाजपा को वोट दिया था क्या। 

ओवैसी ने बताया कि कैबिनेट मंत्री के क्षेत्र में जो विकास होना चाहिए था वह किठौर में नजर नहीं आता। किठौर के आम का जिक्र करते हुए शाहजहांपुर में फल मंडी बनाने का भी वादा किया। 

बता दें, जेल में बंद बाहुबली विधायक अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता ने सभा में खत पढ़ा। ये खत अतीक अहमद द्वारा लिखा गया था। शाइस्ता ने अतीक का दर्द बयां किया। भाजपा सरकार पर उत्पीड़न का आरोप भी लगाया। खत पढ़ने के दौरान अतीक की पत्नी बुर्के और नकाब में ही रहीं। उन्होंने सभा के सामने चेहरा नहीं खोला। जो एक चर्चा का विषय रहा। शाइस्ता के साथ बेटा मोहम्मद अली भी था।