वॉयस मैसेज भेजकर आर्मी-मैन ने भड़काई थी अग्निपथ हिंसा

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(www.arya-tv.com)  आगरा में अग्निपथ योजना के विरोध में हुई हिंसा को लेकर अहम खुलासा हुआ है। पंजाब में तैनात सेना का जवान यहां विरोध की आग को हवा दे रहा था। उसने ही इंकलाब जिंदाबाद नाम से वॉट्सऐप ग्रुप बनाकर लड़कों को भड़काया था। जवान ने ग्रुप में वॉयस मैसेज भेजे।

उसने कहा, “सरकारी संपत्ति में आग लगाओ। तभी सरकार तुम्हारी सुनेगी। मैं फौजी होकर तुम्हारी लड़ाई लड़ रहा हूं।” जवान ने प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री के लिए भी कई आपत्तिजनक बातें कहीं। अब पुलिस की गिरफ्त में आने के बाद उसे पछतावा हो रहा है। ये बातें उसने पुलिस की पूछताछ में कबूल की हैं।

इंकलाब जिंदाबाद ग्रुप से भड़काई हिंसा
यूपी पुलिस ने राजस्थान के करौली में मांडई गांव निवासी लांस नायक गुमान सिंह को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने जब उससे पूछताछ की तो उसने बताया कि वो 2017 में सेना में भर्ती हुआ था। जम्मू से छह माह पहले ही पंजाब के फाजिल्का में ट्रांसफर होकर आया था। उसका भाई सुरेंद्र सेना भर्ती देख रहा था।

सेना की खुली भर्ती में वह फिजिकल और मेडिकल में पास हो गया था। अब अग्निपथ योजना आने से उसकी भर्ती रद्द हो गई। भाई का करियर चौपट होने पर वह परेशान हो गया था। उसने इंकलाब जिंदाबाद ग्रुप के जरिए युवाओं को भड़काया।

छह वॉयस मैसेज भेजे, कई भड़काऊ पोस्ट किए
SP वेस्ट सत्यजीत गुप्ता ने बताया कि गुमान सिंह ग्रुप में एडमिन था। उसने ग्रुप में कई युवाओं को जोड़ा। 16 जून को एक वॉयस मैसेज भेजा। इसके बाद 17 जून को उसने पांच वॉयस मैसेज भेजे थे। इनमें उसने कहा था कि सरकारी सामान जलाओ। बस स्टैंड और रेलवे स्टेशन जला दो। तभी सरकार सुनेगी। मैं फौजी होकर तुम लोगों के लिए लड़ रहा हूं। तुम लोग जब तक लड़ोगे नहीं, तब तक कुछ नहीं होगा। सरकार तुम लोगों का कुछ नहीं करेगी। उसने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और प्रधानमंत्री मोदी को लेकर भी धमकी भरी बातें कहीं थीं।

पुलिस कर रही थी निगरानी
मलपुरा में हुए उपद्रव में पकड़े गए आरोपी अभिषेक के मोबाइल में पुलिस को इंकलाब जिंदाबाद ग्रुप मिला था। इस ग्रुप में उपद्रव के दौरान गुमान सिंह सबसे ज्यादा एक्टिव था। पुलिस ने उसके नंबर को सर्विलांस पर लगाया। कई दिनों तक उसकी निगरानी की। इसके बाद जब पुख्ता सुबूत मिल गए, तब उसके खिलाफ कार्रवाई की तैयारी की गई। उसने अपने पिता हाकिम सिंह की आईडी पर सिम ली थी। पिता हाकिम सिंह भी सेना से रिटायर्ड हैं।