गोरखपुर से फरार माफिया विनोद उपाध्याय पर एक और FIR:ठेकेदार को उठवाया

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(www.arya-tv.com) गोरखपुर से फरार चल रहे माफिया विनोद उपाध्याय पर एक और FIR दर्ज हुई है। यह FIR बांसगांव जगदीशपुर के रहने वाले ठेकेदार संगम लाल पाठक की तहरीर पर रामगढ़ताल पुलिस ने माफिया विनोद, उसका गुर्गा उमेश प्रजापति और 8-10 अज्ञात लोगों के खिलाफ दर्ज की है। ठेकेदार ने SSP को प्रार्थना पत्र देकर शिकायत की थी। SSP के निर्देश पर पुलिस केस दर्ज कर माफिया की तलाश में जुट गई है।

फरार माफिया विनोद उपाध्याय की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने उसपर 50 हजार रुपए का इनाम भी घोषित कर रखा है। उसपर 32 मुकदमें दर्ज हैं। विनोद का नाम गोरखपुर के टॉप-10 और यूपी के टॉप-61 माफियाओं की लिस्ट में शामिल है। बावजूद इसके वह बीते दो ​महीने से पुलिस को चकमा देकर फरार चल रहा है। जबकि, पुलिस गुलरिहा इलाके के मोगलहा स्थित विनोद और उसके भाई संजय की अवैध संपत्तियों पर बुलडोजर भी चला चुकी है।

माफिया ने दी जान से मारने की धमकी
बांसगांव जगदीशपुर के रहने वाले ठेकेदार संगम लाल पाठक ने पुलिस को दी गई तहरीर में लिखा है कि वे नारायण फंड के प्रोपराइटर हैं। करीब ढाई साल पहले उन्होंने RFC में अपने फर्म का रजिस्ट्रेशन कराया था। इसके बाद उन्होंने खजनी सेंटर के खाद्यान ढुलाई का टेंडर भर दिया। आरोप है कि टेंडर खुलने के बाद माफिया विनोद उपाध्याय का गुर्गा अजय गुप्ता उर्फ बबलू गुप्ता अपने 8-10 साथियों संग उन्हें PWD कार्यालय पर घेर लिया।

ठेकेदार का टेंडर निरस्त करा ले लिया विनोद
इसके बाद बदमाशों ने ठेकेदार को जबरन गाड़ी में बैठा दिया और फोन पर उनकी बात माफिया विनोद से कराई। आरोप है कि माफिया विनोद ठेकेदार को फोन पर जान से मारने की धमकी देते हुए टेंडर वापस लेने का दबाव बनाने लगा। जबकि, उसके गुर्गों ने ठेकेदार को असलहा सटाकर एक नोट्री पर दस्तखत करा लिए और टेंडर निरस्त कराकर अपने नाम करा लिए।

ठेकेदार से जबरन रजिस्ट्रेशन लेकर गुर्गे से काम करा रहा माफिया
माफिया की गुंडई का मामला यहीं खत्म नहीं हुआ। इसके करीब एक साल बाद विनोद ने अपने गुर्गे उमेश प्रतापति (जिसे दो दिन पहले पुलिस ने गिरफ्तार किया है) के जरिए ठेकेदार को अपने मोगलहा स्थित घर पर बुलवाया। आरोप है कि माफिया ने ठेकेदार से उनका RFC में कराया गया ठेकेदारी का रजिस्ट्रेशन मांगने लगा।

जब ठेकेदार ने कहा कि रजिस्ट्रेशन खत्म हो गया है तो माफिया ने कहा कि वह दोबारा रेन्युअल करा लेगा। मना करने पर वह जान से मारने की धमकी देने लगा और जबरन ठेकेदार का रजिस्ट्रेशन ले लिया। ठेकेदार के मुताबिक, उनके रजिस्ट्रेशन का दुरुपयोग करते हुए करीब बीते एक साल से माफिया का गुर्गा उमेश उसपर ठेकेदारी कर रहा है।

माफिया की तलाश जारी
पीड़ित ठेकेदार ने SSP को दिए गए प्रार्थना पत्र में गुहार लगाई है कि उन्हें किसी तरह माफिया के चंगुल से मुक्त कराया जाए। SSP डॉ. गौरव ग्रोवर ने बताया, पीड़ित की शिकायत पर केस दर्ज कर माफिया की तलाश की जा रही है। उसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस और क्राइम ब्रांच की कई टीमें लगी हैं। जल्द ही माफिया को दबोच लिया जाएगा।

सरेंडर कर जेल चला गया माफिया का भाई
वहीं, अभी बीते सोवमार को माफिया का भाई संजय ​उपाध्याय पुलिस को चकमा देकर गैंगेस्टर कोर्ट में सरेंडर कर जेल चला गया। वहीं, खबर है कि जल्द ही माफिया विनोद भी कोर्ट में सरेंडर कर सकता है।

हालांकि, पुलिस का दावा है कि माफिया के भाई के हाजिर होने के बाद अब विनोद की तलाश फिर तेज कर दी गई है। दो दिन पहले माफिया विनोद उपाध्याय साथ फरार चल रहे उसके गुर्गे उमेश कुमार प्रजापति को गुलरिहा पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस का दावा है कि जल्द ही विनोद को भी दबोच लिया जाएगा।