चुनाव नजदीक होने पर अखिलेश और योगी की बयानबाजी शुरू

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(www.arya-tv.com) प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जिस वक्त मंगलवार को अलीगढ़ में अपनी सरकार की खूबियां गिना रहे थे, ठीक उसी समय समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने लखनऊ में प्रेस कान्फ्रेंस की। अखिलेश यादव ने अब्बाजान वाली सीएम की बयान पर पलटवार किया।

अखिलेश ने कहा कि आने वाले समय में भाजपा का सफाया हो रहा है। भाजपा की सरकार का जाना तय है। तभी सरकार के मुखिया की भाषा बदल गई है। वहीं, मुख्तार अंसारी को आगे चुनाव में सपा का टिकट देने संबंधी अटकलों पर अखिलेश ने जवाब देने से इंकार कर दिया। कहा, बहनजी की किसी भी बात पर जवाब नहीं दूंगा।

इंडियन एक्सप्रेस अखबार में छपे योगी सरकार के विज्ञापन पर तंज कसते हुए अखिलेश यादव ने कहा, जिनके पास अपना काम बताने को नहीं है वे पहले समाजवादी पार्टी के काम को अपना बता रहे थे। अब सरकार दुनिया और दूसरे प्रदेश के कामों की फोटो लगाकर प्रचार कर रही है। समाजवादियों के काम चुराकर अपने नेताओं के नाम रख रहे हैं।

चुनाव चिह्न बुलडोजर रख लेना चाहिए
सरकार कहती है तेल में हमने मिलावट नहीं की, तभी महंगा हो गए। सरकार को अपना चुनाव चिन्ह बुलडोजर रख लेना चाहिए। बुलडोजर का स्टीयरिंग घूम जाए तो किधर चलेगा। मुख्यमंत्री आवास का भी नक्शा नहीं पास है। अयोध्या में गरीबों के घर गिरा दिए। सपा सरकार आएगी तो अयोध्या में जो घर गिराए है, उन्हें वहीं घर दिया जाएगा। इस काम में शामिल अधिकारियों को भी नहीं बख्शा जाएगा।

दलितों को नहलाकर उनसे मिलते हैं
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का नाम लिए बिना अखिलेश यादव ने कहा, भाजपा के बड़े नेता के नाम पर 25 दिसंबर 2019 को लखनऊ में मेडिकल यूनिवर्सिटी का शिलान्यास किया गया। आज कितना समय गुजर गया है, सरकार अभी भी मेडिकल यूनिवर्सिटी नहीं बना पाई।

भाजपा ने बटेश्वर में बहुत काम करने का वादा किया था। समाजवादी सरकार में बटेश्वर में मंदिरों का भी संरक्षण हुआ था। उन्होंने कहा कि जो लोग दलितों को साबुन से नहलवाकर मिलते हों, वे दलितों का क्या विकास करेंगे। चार साल पहले कुशीनगर में शैंपू और साबुन बंटवाए गए थे, ताकि उनके पास से बदबू न आ जाए।

ये नेता सपा में हुए शामिल
सपा के इस कार्यक्रम में कई लोगों ने सदस्यता ली है। पूर्व मंत्री मानपाल सिंह की सपा में वापसी हुई है। वहीं, भाजपा के राज्यसभा सांसद के भाई जितेंद्र निषाद, अपना दल (एस) से जितेंद्र सिंह कटियार, गोंडा से बसपा नेता अब्दुल कलीम मालिक आदि कई नेता सपा में शामिल हुए हैं।