अकबर के मकबरे में फर्श से छत तक होगा संरक्षण

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आगरा (www.arya-tv.com) मुगल शहंशाह अकबर के मकबरे में फर्श से लेकर छत तक संरक्षण किया जाएगा। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआइ) ने इसके लिए टेंडर जारी कर दिए हैं। मकबरे में करीब 67 लाख रुपये से संरक्षण कार्य किए जाएंगे। मकबरे की पहली मंजिल और रूफ टेरेस की छत के कुछ हिस्से की मरम्मत कर स्मारक में बारिश के पानी को रिसने से रोका जाएगा।

आगरा-मथुरा हाईवे पर अकबर का मकबरा (सिकंदरा) है। स्मारक में पाथवे के खराब पत्थरों को बदलने के अलावा लंबे समय से संरक्षण कार्य नहीं हो पाए हैं। स्मारक के संरक्षण की ओर एएसआइ ने ध्यान दिया है। यहां संरक्षण कार्यों के लिए अलग-अलग तीन टेंडर किए गए हैं।

इनमें मुख्य मकबरे की दक्षिणी दिशा में 22.46 लाख रुपये से लाल पत्थरों के फर्श को दोबारा बनाया जाएगा। इसमें अधिक खराब हो चुके पत्थरों को हटाकर नए पत्थर लगाए जाएंगे। प्वाइंटिंग के साथ सैलानियों की सुविधा को 10 बेंच और 10 डस्टबिन भी यहां रखवाए जाएंगे।

मकबरे की पहली मंजिल पर चूने के फर्श का संरक्षण 21.56 लाख रुपये से किया जाएगा। समय के साथ खराब हो चुके चूने के फर्श की मरम्मत की जाएगी। यहां प्वाइंटिंग के साथ दीवार पर चूने का प्लास्टर किया जाएगा। मुख्य मकबरे की रूफ टेरेस पर वाटर टाइटनिंग का काम 23.34 लाख रुपये की लागत से किया जाएगा। इससे बारिश के समय छत में रिसने वाले पानी पर रोक लगेगी। प्वाइंटिंग और दीवारों पर चूने का प्लास्टर किया जाएगा।

अकबर ने स्वयं कराया था निर्माण

मुगल शहंशाह अकबर ने मकबरे का निर्माण अपने जीवन काल में ही शुरू करा दिया था। उसकी मृत्यु के बाद जहांगीर ने मकबरे का निर्माण कार्य पूरा कराया था।