- प्रशांत शुक्ला ब्यूरोचीफ अयोध्या
कृषि विश्वविद्यालय के 26वें दीक्षांत समारोह पर बोलीं राज्यपाल आनंदीबेन पटेल
(आर्य टीवी)आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय के 26वें दीक्षांत समारोह की अध्यक्षता करते हुए प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने अपने उद्बोधन में कहा कि कठिन परिश्रम और दृणसंकल्प ने नैक में उच्च ग्रेड A++ दिलाया। इस उपलब्धि ने विश्वविद्यालय के साथ उत्तर प्रदेश को भी पूरे देश में एक नई पहचान दिलाई। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय को आगे बढ़ाना सबकी जिम्मेदारी है इसके लिए पूरे विश्वविद्यालय परिवार को आगे आना होगा। विश्वविद्यालय जो भी कार्य कर रहा है उसका लाभ गरीब, पिछड़ा वर्ग और किसानों को हो रहा है। कहा कि 2047 के बाद कृषि विश्वविद्यालय का नाम स्वर्ण अक्षरों में अंकित होगा। राज्यपाल ने बेटियों के शिक्षण कार्यों की प्रशंसा करते हुए कहा कि पिछले दो वर्षों से बेटियां बेटों से आगे निकल रहीं हैं। भोजन और पानी का हम सभी को सम्मान करना होगा। भोजन बर्बाद नहीं करना है इसका आज से ही हम सभी को संकल्प लेना होगा। उन्होंने कहा कि जलवायु परिवर्तन की समस्या खेती में सबसे बड़ा बाधक है। जलवायु परिवर्तन की समस्या से लड़ने के लिए उन्नत किस्म की प्रजातियों को विकसित करने की आवश्यकता है। देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में किसानों का महत्वपूर्ण योगदान है। हमारे किसान अन्नदाता होने के साथ-साथ जीवनदाता भी हैं।
नवीन कृषि पद्धतियों के लिए सरकार लगातार कार्य कर रही है। कम पानी में अधिक फसलों की पैदावार हो सके इसके लिए विश्वविद्यालय को अनुसंधान करना होगा, जिससे कि किसानों की आय में बढ़ोतरी हो सके। उन्होंने कहा कि 25 प्रतिशत तेल हमारे देश में बाहर से आयात हो रहा है इसके लिए किसानों को प्रोत्साहित करने की जरूरत है। राज्यपाल ने कहा कि प्रधानमंत्री ने कृषि के क्षेत्र में 20204-25 में 1.52 करोड़ कृषि का बजट प्रधानमंत्री ने दिया है जिससे की कृषि के क्षेत्र में हमारा देश आत्मनिर्भर बन सके। दलहन और तिलहन की खेती के लिए सरकार कार्य करती रही है और एक करोड़ किसानों को प्राकृतिक खेती के लिए सहायता दी जाएगी।
उन्होंने कहा कि निर्धारित लक्ष्य से आगे बढ़ने की जरूरत है। राज्यपाल ने युवा छात्र-छात्राओं को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि वे नौकरी के चक्कर में न पड़कर सरकार की कई लाभकारी योजनाओं का लाभ उठाएं। इस योजनाओं से वे अपना व्यवसाय खड़ा कर सकते हैं साथ ही दूसरों को भी रोजगार देने कार्य कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय छह आकांक्षी जिलों को गोद लेकर कार्य कर रहा है। आकांक्षी जिलों के विकास के लिए जिले के अधिकारियों, ग्राम प्रधान, जिला पंचायत सदस्य एवं ग्राम पंचायत सदस्य स्तर से सभी को एक साथ मिलकर कार्य करने की जरूरत है। इससे पहले कार्यक्रम का शुभारंभ सभी अतिथियों ने राष्ट्रगान, जल भरकर पर्यावरण संरक्षण के संदेश और कुलगीत से हुआ। कुलपति ने सभी अतिथियों को स्मृति चिह्न भेंटकर सम्मानित किया।
मंच का संचालन डा. सीताराम मिश्रा ने किया। इस मौके पर प्रबंधन परिषद के सदस्य, जिलाधिकारी अंबेडकर नगर, विश्वविद्यालय के समस्त अधिष्ठाता, निदेशक, विभागाध्यक्ष एवं पदक एवं उपाधि प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राएं मौजूद रहे। दीक्षांत समारोह के अवसर पर प्राथमिक एवं पूर्व माध्यमिक विद्यालयों द्वारा विभिन्न प्रतियोगिताओं में विजेता छात्र-छात्राओं को राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने स्कूल बैग और फल देकर सम्मानित किया। वहीं दूसरी तरफ आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को आंगनबाड़ी किट देकर शिक्षा के प्रति प्रोत्साहित किया।