रिश्वत मांगने वाली महिला बाबू पर होगी कार्रवाई:प्रयागराज के मांडा CHC का है मामला

# ## Prayagraj Zone

(www.arya-tv.com) मांडा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर तैनात एक महिला बाबू द्वारा नवनियुक्त CHO (कम्युनिटी हेल्थ आफिसर) से रिश्वत मांगना महंगा पड़ गया। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. आशू पांडेय ने ने पूरे मामले की जांच के लिए कमेटी गठित की है और रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी। सीएचओ का आरोप है कि महिला बाबू प्रेमलता द्वारा रिश्वत ज्वाइनिंग लेटर के लिए 2 हजार रुपए मांगे गए। रिश्वत न देने पर लेटर नहीं बनाया गया। सीएचओ ने रिश्वत मांगने के मामले का रिकार्डिंग भी किया है। इस खबर को 20 जनवरी को “दैनिक भास्कर” ने प्रमुखता से चलाया था।

अधिकारियों को देना होता है रुपयों का हिसाब

महिला बाबू की जो रिकार्डिंग वायरल हो रही है उसमें वह साफ कह रही है कि , “इन रुपयों का हिसाब हमें अपने अधिकारी को भी देना होता है। अधिकारी पूछते हैं कि कितने कागज बने? कितने पैसे मिले?” जब सीएचओ ने अधीक्षक डॉ. अजीत सिंह से शिकायत की तो उन्होंने भी इस पर कोई कार्रवाई नहीं की। अब मामला उच्चाधिकारियों तक पहुंचा तो जांच कराई जा रही है। सीएचसी के अधीक्षक डॉ. अजीत सिंह ने बताया कि सीएमओ आफिस की ओर से जांच कराई जा रही है।

रुपए नहीं देने पर नहीं बनता आर्डर लेटर

सीएचओ ने बताया कि महिला बाबू कई दिनों से दौड़ा रही हैं। इसकी रिकार्डिंग भी है। वायस रिकार्डिंग में महिला बाबू प्रेमलता बोल रही हैं कि 2 हजार रुपए से कम में आर्डर लेटर नहीं बन पाएगा, इसके लिए आप हमारे साहब से मिल लीजिए। वह कहती हैं … “हम तो बाबू हैं, हमें कम देंगे तो हम तो ले लेंगे लेकिन शाम को अधिकारी पूछते हैं कि कितनी ज्वाइनिंग हुई, कितने रुपए मिले? यह रुपए अधिकारियों के कहने पर ही हम मांग रहे हैं, हमें भी ऊपर जवाब देना होता है।”