यूपी चुनाव में महिलाओं का मतदान आगे रहने की सम्भावना, जानिए कितने प्रतिशत तक जा सकते हैं आंकड़े

Prayagraj Zone

(www.arya-tv.com) प्रयागराज मंडल के चुनावी आंकड़े बताते हैं कि यहां राजनीति के क्षेत्र में महिलाओं की अच्छी खासी दखल है। महिलाएं पुरुषों से अब किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं हैं। महिलाएं पीछे चलेंगी, यह मिथक अब टूट चुका है। इसकी गवाही विधानसभा के आंकड़े भी देते हैं। 2012 और 2017 के चुनाव में प्रयागराज में महिलाओं का वोटिंग प्रतिशत पुरुषों की तुलना अधिक है। 2007 के चुनाव में पुरुषों का मतदान महिलाओं से अधिक था। अनुमान लगाया जा रहा है कि इस बार महिलाएं मतदान प्रतिशत में आगे रहने की हैट्रिक लगा सकती हैं।

आज सारी पार्टियां महिलाओं को अपने पाले में लाने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा रही हैं। कोई टिकट में हिस्सेदारी दे रहा है तो कोई योजनाओं के माध्यम से उन्हें लुभाने की कोशिश कर रहा है। मतदान प्रतिशत को बढ़ाने के लिए चुनाव आयोग इस बार भी कड़ी मशक्कत कर रहा है। इसके लिए फिर से अभियान शुरू हो रहा है। राजनीतिक पार्टियां भी मतदान प्रतिशत को बढ़ाने के लिए लोगों को प्रेरित कर रही हैं।

अगर 2017 के विधानसभा चुनाव की बात करें तो महिला मतदाताओं ने निर्णायक की भूमिका निभाई थी। मतदान में महिलाओं की सहभागिता पुरुषों की तुलना में अधिक थी। चुनाव में 56.29 प्रतिशत महिलाओं ने मतदान था। पुरुषों की हिस्सेदारी 52.39 प्रतिशत की थी। कुल 54.14 प्रतिशत मतदान हुआ था।

2012 के चुनाव में आधी आबादी ने 56.11 प्रतिशत वोट डाले थे। 54.19 प्रतिशत ही वोट पुरुषों के पड़े थे। कुल 55.05 प्रतिशत मतदाताओं ने लोकतंत्र को मजबूत किया था। 2007 के चुनाव में महिला मतदाताओं का दखल कम था। पुरुषों का मतदान प्रतिशत 45.94 और महिलाओं का 39.14 प्रतिशत था। कुल 42.86 प्रतिशत वोटर मतदान बूथों तक पहुंचे थे।

आंकड़ों पर डालें एक नजर

  1. 46,02,812 कुल मतदाता हैं प्रयागराज की 12 विधानसभा में
  2. 25,03,349 पुरुष वोटर करेंगे अपने मताधिकार का प्रयोग
  3. 20,98,818 महिला वोटर चुनेंगी अपने नए नई सरकार
  4. 5076 मतदेय स्थल पर 27 फरवरी को डाले जाएंगे वोट

2017 के चुनाव में नीलम करवरिया प्रयागराज की मेजा विधानसभा से विधायक हुईं। विजमा यादव, प्रमिला त्रिपाठी, गीता पासी, ऋचा सिंह, पूजा पाल समेत लगभग डेढ़ दर्जन महिलाओं ने चुनाव में अपना भाग्य आजमाया था। 2019 के लोकसभा चुनाव में पहली बार इलाहाबाद और फूलपुर सीट से महिला सांसद हुईं थी। अभिलाषा गुप्ता नंदी लगातार दो बार से महापौर हैं। रेखा सिंह कई बार जिला पंचायत की कुर्सी पर विराजमान हो चुकी हैं। इससे पूर्व में भी महापौर, जिला पंचायत अध्यक्ष, विधायक और सांसद पद का मान महिलाएं बढ़ा चुकी हैं।