(www.arya-tv.com) आज तक के सबसे बड़े आर्थिक संकट का सामना कर रहे श्रीलंका को आसमानी आफत का भी सामना करना पड़ा रहा है। श्रीलंका के आपदा प्रबंधन केंद्र (DMC) ने बताया कि रविवार को देश में भारी बारिश की वजह से 600 से ज्यादा परिवार लैंडस्लाइड और बाढ़ से प्रभावित हुए हैं।
DMC के मुताबिक, दक्षिणी जिले रत्नापुरा में 585 परिवारों के कुल 2,290 लोग प्रभावित हुए हैं, जबकि पश्चिमी प्रांत के कालूतारा जिले में 16 परिवारों को मुश्किल का सामना करना पड़ा है। कई घरों को बाढ़ और लैंडस्लाइड की वजह से भारी नुकसान हुआ है।
विक्रमसिंघे ने राष्ट्रपति को हटाने की मांग का किया समर्थन
श्रीलंका में हर दिन कुछ न कुछ नया हो रहा है। पिछले दिनों प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे को हटाकर राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे ने रानिल विक्रमसिंघे को नया प्रधानमंत्री बनाया था। अब नए PM विक्रमसिंघे उन आंदोलनकारियों के समर्थन में उतर गए हैं, जो श्रीलंका के आर्थिक संकट के लिए राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे को जिम्मेदार मानकर उनका इस्तीफा मांग रहे हैं।
श्रीलंका पुलिस ने 9 मई को हुई हिंसा के मामले में 200 से ज्यादा संदिग्धों को गिरफ्तार किया है। पुलिस मीडिया प्रवक्ता ने बताया कि 230 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इस मामले में वाहन और संपत्ति के नुकसान के लगभग 707 मामले दर्ज किए गए।
श्रीलंका पर फिर से लिट्टे का खतरा
श्रीलंका पर लिबरेशन टाइगर्स ऑफ तमिल ईलम यानी लिट्टे (LTTE) के हमले का खतरा मंडरा रहा है। हाल ही में भारतीय खुफिया एजेंसियों ने श्रीलंका के रक्षा मंत्रालय को इसे लेकर इनपुट दिए हैं। भारतीय इनपुट के मुताबिक, 18 मई को लिट्टे किसी बड़ी घटना को अंजाम दे सकता है।
विपक्ष बोला- देश की मौजूदा स्थिति 1991 के भारत जैसी
श्रीलंका में विपक्ष के सांसद हर्षा डी सिल्वा ने देश की मौजूदा स्थिति को भारत में 1991 में छाए आर्थिक संकट के समान बताया है। उन्होंने कहा कि श्रीलंका इस संकट से बाहर निकल पाएगा और ऐसा तभी होगा जब यहां के राजनीतिक दल एक साथ खड़े हों।