कानपुर(www.arya-tv.com) सिख विरोधी दंगों की जांच का दायरा बढ़ गया है। अधिक से अधिक आरोपियों की शिनाख्त करने के लिए एसआईटी ने उन केसों को खंगालना शुरू किया है जो लूट, डकैती व आगजनी में दर्ज हुए थे। इसमें कई नामजद आरोपी भी शामिल हैं। इसी कड़ी में कुछ ऐसे केस चिह्नित किए गए हैं, जिनमें करीब सौ नामजद आरोपी हैं।
इनकी भूमिका हत्याकांड वाली घटनाओं में तलाशी जा रही है। एसआईटी 19 केसों की जांच कर रही है। ये सभी केस हत्या के हैं। पचास अधिक आरोपी चिह्नित किए जा चुके हैं। अज्ञात आरोपियों का पता नहीं चल पा रहा है। एसआईटी के अफसरों का कहना है कि दंगों के वक्त तमाम घर फूंक दिए गए थे।
सैकड़ों घरों में डकैती पड़ी थी। इसके भी केस दर्ज हुए थे। सैकड़ों लोग आरोपी बनाए गए थे। इनमें से कुछ केस जांच में शामिल किए गए हैं, जिससे पता लगाया जा सके कि आरोपी हत्या वाली वारदात में शामिल थे या नहीं। साक्ष्य मिलते हैं तो उनको भी आरोपी बनाया जाएगा।
एसआईटी 19 केसों में अधिकतर पीड़ित परिवारों व कुछ गवाहों के बयान दर्ज कर चुकी है। कोर्ट में बयान होने बाकी हैं। इस बीच एसआईटी ने रंगनाथ मिश्रा आयोग की रिपोर्ट व उसके दस्तावेज जांच में शामिल करने के लिए गृह मंत्रालय को पत्र भेजा था।
सूत्रों के मुताबिक आयोग में तमाम शपथ पत्र ऐसे लगाए गए थे, जिनमें लोगों ने दंगाइयों की शिनाख्त करने का दावा किया था। अगर दस्तावेज मिल जाते हैं तो एसआईटी को जांच में काफी मदद मिलेगी। एसआईटी दस्तावेज जुटाने जल्द दिल्ली जाएगी।