11 घंटों की कड़ी मशक्कत के बाद सभी 700 यात्रियों को सुरक्षित निकाल लिया गया है। अभी तक 600 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला जा चुका है। बचाए गए यात्रियों यात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया जा रहा है जहां से उन्हें बदलापुर भेजा जाएगा।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री कार्यालय की तरफ से जानकारी दी गई है कि सात नौसेना दल, भारतीय वायुसेना के दो हेलीकॉप्टर और दो सैन्य यूनिट को स्थानीय प्रशासन के साथ बचाव दल में तैनात किया गया है। दो और सैन्य यूनिट रास्ते में हैं। स्थिति नियंत्रण में है।
महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस ने मुख्य सचिव को निर्देश दिया है कि वो व्यक्तिगत रूप से महालक्ष्मी एक्सप्रेस में बचाव अभियान की निगरानी करें। एनडीआरएफ की चार टीमें मौके पर पहुंचकर आठ नावों की मदद से यात्रियों को निकाल रही हैं।
नौसेना के आठ बाढ़ बचाव दल जिसमें तीन गोताखोर दल शामिल हैं, नौकाओं और लाइफ जैकेट जैसी बचाव सामग्री के साथ घटनास्थल पर पहुंच गए हैं। बचाव राहत में गोताखोरों के साथ एक सीकिंग हेलीकाप्टर भी भेजा गया है। रेलवे की तरफ से ट्रेन में फंसे हुए यात्रियों को बिस्किट और पीने का पानी बांटा जा रहा है।
रेलवे सुरक्षा बल और शहर की पुलिस उस स्थान पर पहुंच गई है जहां ट्रेन पानी में फंसी है। सूचना और जनसंपर्क के महानिदेशक बृजेश सिंह ने कहा कि बचाव के लिए तीन नौकाएं घटनास्थल पर पहुंच गई हैं। मध्य रेलवे ने यात्रियों से अपील की है कि वह ट्रेन में ही रहें।