(www.arya-tv.com) उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा हिंदू नव वर्ष एवं नवरात्रि के अवसर पर प्रदेश के मंदिरों में अखंड रामायण पाठ और दुर्गा सप्तशती का पाठ कराए जाने के फैसले का काशी के संतों ने स्वागत किया है। उसके साथ ही काशीवासियों में इस फैसले को सुनने के बाद खुशी और उत्साह देखने को मिल रहा है।
हिंदू नव वर्ष के लिए इससे बड़ा गिफ्ट और कुछ भी नहीं हो सकता- स्वामी जितेंद्रानंद सरस्वती
संत समिति के महामंत्री स्वामी जितेंद्रानंद सरस्वती ने इस फैसले पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि हिंदू भारतीय नव वर्ष आरंभ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा हिंदू नवरात्रि के पावन अवसर पर उत्तर प्रदेश के समस्त मंदिरों में अखंड रामायण पाठ तथा दुर्गा सप्तशती पाठ बालिकाओं एवं महिलाओं के को प्राथमिकता दिए जाने के दिए जाने से संबंधित निर्णय लेकर हर जिले को 1 लाख रुपए की जो व्यवस्था की गई है उसका अखिल भारतीय संत समिति स्वागत करती है। उन्होंने कहा हिंदू नव वर्ष के लिए इससे बड़ा गिफ्ट और कुछ भी नहीं हो सकता।
काशीवासियों ने फैसले का किया स्वागत
पतंजलि पांडेय ने कहा योगी सरकार का फैसला बहुत ही स्वागत योग कदम हैं। सरकार अगर सनातन धर्म को संरक्षित करने के लिए इस तरह के कदम उठाती है तो उसका स्वागत होना चाहिए । अब तक अंग्रेजी कैलेंडर के हिसाब से लोग नववर्ष का स्वागत करते हैं लेकिन सनातन मान्यता के हिसाब से चैत्र नवरात्र में मंदिरों में यह कार्यक्रम कराना निश्चित तौर पर लोगों को सनातन धर्म की ओर लाने में सफल होगा सरकार का यह प्रयास सराहनीय है। वही काशी के तीर्थ पुरोहित बलराम मिश्रा ने कहा कि नवरात्रि के दौरान मां दुर्गा की विधि-विधान से पूजा एवं देवी मंदिरों व शक्तिपीठों में दुर्गा सप्तशती का पाठ व अखंड रामायण पाठ का आयोजन यह स्वागत योग्य कदम हैं।