नहाय खाय के साथ छठ शुरू:योगी सरकार की गाइडलाइन; घर पर मनाएं पर्व

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(www.arya-tv.com)नहाय-खाय के साथ उत्तर प्रदेश में छठ महापर्व की आज शुरुआत हो रही है। नहाय-खाय के लिए व्रत रखने वाली महिलाएं सुबह स्नान करती हैं, शाम को शाकाहारी भोजन पकाती हैं और उसे ग्रहण करती हैं। इस बार कोरोना संकट को देखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार ने गाइडलाइंस जारी की है। छठ पूजा आयोजन से जुड़ी संस्थाओं को घाटों पर सांस्कृतिक आयोजन करने पर रोक लगाई गई है। सीमित संख्या में लोग ही घाटों पर रहेंगे। सरकार ने लोगों से अपील की है कि संभव हो तो लोग घर पर ही छठ महापर्व मनाएं।

छठ को लेकर तैयारियां पूरी, बाजारों में भी हुई खरीद

हालांकि लखनऊ में छठ महापर्व को लेकर गोमती तट पर लक्ष्मण घाट पर साफ-सफाई का काम शुरू कर दिया गया है। रंगाई-पुताई का काम पूरा हो चुका है। इस बार यहां अखिल भारतीय भोजपुरी समाज की ओर से होने वाली सांस्कृतिक कार्यक्रम नहीं होंगे। समाज के अध्यक्ष प्रभुनाथ ने बताया कि कोरोना के चलते सांस्कृतिक कार्यक्रम नहीं होंगे। समाज ने लोगों से अपने अपने घरों के पास पूजन की अपील की है। उधर बाजार में पूजन सामग्री मौसमी फल, अमरूद, सेब, अनानास, कच्ची हल्दी, अदरक चकोतरा, शरीफ, सिंघाड़ा सूप व गन्ने की दुकानें दिखने लगी हैं। निशातगंज, मुंशी पुलिया, डालीबाग इलाके में लोग खरीददारी करते हुए देखे जा रहे हैं।

छठ पूजा के चार दिनों में किस दिन क्या होता है?
छठ पूजा में पहला दिन नहाय-खाय का होता है। इसके अगले दिन खरना, तीसरे दिन षष्ठी का होता है। इसी दिन छठी मैया की पूजा की जाती है और कथा सुनाई जाती है। इस दिन डूबते सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है। अगले दिन उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही छठ पूर्व संपन्न होता है।

ग्रामीण इलाकों में तालाब बनाकर, पार्कों में बनाए जा रहे घाट
राजधानी लखनऊ के विभिन्न इलाकों में छठ पर्व की तैयारियों के बीच लोग सोशल डिस्टेंसिंग के पालन करने के लिए अपने पास के पार्क में व ग्रामीण इलाकों में रहने वाले लोग तालाब में पूजा करने की तैयारी शुरू कर दिए हैं। गोमतीनगर के विज्ञान खंड में छठ पर्व की तैयारियां की जा रही है। कई परिवारों ने इस वक्त अपने पैतृक गांव और शहर चले गए जबकि यहां के रहने वाले कुछ लोगों के द्वारा एक गड्ढा खोदा गया जिसमें पाइप लगाकर गड्ढे को भरा जाएगा। 2 गज की दूरी बनाकर विधि बनाई गई है।

दीना नाथ शास्त्री के मुताबिक यहां रहने वाले लोग ज्यादातर पूर्वांचल परिवार के इस बार घाट न जाने के कारण की संख्या बढ़ गई है इसलिए ऐसा किया जा रहा है। जानकीपुरम विस्तार निवासी अच्छेलाल प्रभावती देवी ने बताया कि घाट पर नहीं जाएंगे पास ही मंदिर और पार्क है वहीं पर पूजा की तैयारी करेंगे। लोग पार्क में गड्डा बनाकर पूजा करेंगे।