“उत्तर प्रदेश में सुकन्या समृद्धि योजना का समाजिक आर्थिक प्रभाव” पर कार्यशाला का आयोजन: BBAU

Lucknow

भारतीय समाजिक विज्ञान अनुसंधान परिषद् नई दिल्ली द्वारा प्रायोजित “उत्तर प्रदेश में सुकन्या समृद्धि योजना का समाजिक आर्थिक प्रभाव” विषयक कार्यशाला का आयोजन शिक्षा शास्त्र विभाग, बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर विश्विद्यालय के द्वारा किया किया गया। यह कार्यशाला शिक्षा विभाग के डॉ. विवेक नाथ त्रिपाठी को मिली। शोध परियोजना के अन्तर्गत शोध परिणामों को लेकर की गई। कार्यकाल दो सत्रों में सम्पन्न हुई। प्रथम सत्र मे मुख्य अथिति के रूप में प्रो. विक्टर बाबू अधिष्ठाता अकादमिक बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर विश्विद्यालय, विशेष अथिति के रूप में प्रो. आर. के. सिन्हा शकुन्तला मिश्रा पुनर्वास विश्वविद्यालय, लखनऊ, मुख्य वक्ता के रूप में प्रो. सनातन नायक उपस्थित रहे। विभागाध्यक्ष प्रो. हरिशंकर सिंह ने अतिथियों का स्वागत किया।

डॉ. विवेक नाथ त्रिपाठी ने अपने शोध परिणामों को साझा किया। मुख्य वक्ता के रूप में प्रोफेसर सनातन नायक बाबा साहब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय एवं विशेष अतिथि के रूप में प्रोफेसर आरके सिंह शकुंतला मिश्रा पुनर्वास विश्वविद्यालय लखनऊ में कहा कि मोदी सरकार बालिकाओं के लिए बहुत प्रयास कर रही है‌ सुकन्या समृद्धि योजना बालिकाओं के सशक्तिकरण के लिए एक अच्छी योजना है। विशेष अतिथि प्रोफेसर आर.के. सिन्हा ने कहा कि इस तरह के शोध कार्य समाज में सरकार की योजनाओं के प्रचार प्रसार के लिए महत्वपूर्ण साबित हो रहे हैं।

दीर्घकालीन शोध इस योजना के प्रभाव के लिए आवश्यक है। कार्यशाला के द्वितीय सत्र में हित धारकों से सुझाव प्राप्त किया गया जिसमें उन्होंने अपना सुझाव दिया और बताया कि यह योजना सरकार की बालिकाओं के लिए सबसे अच्छी योजना है। गुणवत्ता के मुख्य वक्ता के रूप में आईटी विभाग से कैप्टन डॉ. राजश्री रहीं। उन्होंने बताया कि सुकन्या समृद्धि योजना समाज में बचत को बढ़ावा देने का कार्य कर रही है। उन्होंने अपना अनुभव साझा करते हुए कहा कि मेरी भी बिटिया है और मैंने उसके नाम से योजना में खाता खोल रखा है। कार्यशाला के अंत में

उद्घाटन सत्र में धन्यवाद ज्ञापन डॉ. विवेक नाथ त्रिपाठी ने किया। इस कार्यशाला में शिक्षा विभाग के सभी शिक्षक मौजूद रहे। विद्यार्थी एवं हित आधार को लेकर करीब 200 की संख्या इस कार्यशाला में उपस्थित थी। कार्यशाला के समापन सत्र में धन्यवाद ज्ञापन डॉ. शिखा तिवारी ने किया।