(www.arya-tv.com) कोचीन एयरपोर्ट पर एक महिला ने बम होने की झूठी अफवाह फैला दी, जिसके बाद मंगलवार सुबह मुंबई जाने वाली इंडिगो फ्लाइट ने एक घंटे की देरी से उड़ान भरी। फिलहाल, पुलिस ने हवाई अड्डे पर ही यात्री को हिरासत में ले लिया।
हवाई अड्डे के सूत्रों ने कहा कि यात्री ने बम के बारे में दावा इसलिए किया, क्योंकि वह कोचीन अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से मुंबई जाने वाली उड़ान के लिए चेक-इन प्रक्रिया लेट हो गई थी, जिसके कारण परेशान थी। पुलिस ने आरोपी महिला को गिरफ्तार कर लिया है और उसके खिलाफ झूठी अफवाह फैलाने का मामला दर्ज किया है।
हवाईअड्डे के सूत्रों के मुताबिक, 37 वर्षीय महिला द्वारा किए गए झूठे बम के दावे के कारण मुंबई जाने वाली इंडिगो की उड़ान में एक घंटे से अधिक की देरी हुई। महिला को इसी फ्लाइट में यात्रा करना था, लेकिन सामान की स्क्रीनिंग और सुरक्षा जांच में अधिक समय लग गया था।
नेदुम्बस्सेरी पुलिस ने कहा कि उस पर केरल पुलिस अधिनियम की धारा 118 (बी) के तहत मामला दर्ज किया गया था और उसके बाद उसे हिरासत से रिहा कर दिया गया। अधिकारी ने कहा, “उसकी गिरफ्तारी दर्ज नहीं की गई।”
केरल पुलिस अधिनियम की धारा 118 (बी) में सार्वजनिक व्यवस्था का गंभीर उल्लंघन करने या जानबूझकर अफवाह फैलाने या झूठी चेतावनी देने के लिए अधिकतम तीन साल की जेल या 10,000 रुपये से अधिक का जुर्माना या दोनों का प्रावधान है। साथ ही, पुलिस, फायर ब्रिगेड या किसी अन्य आवश्यक सेवा को गुमराह करने के लिए भी इस धारा के तहत कार्रवाई की जाती है।
हवाईअड्डे के सूत्रों ने बताया कि यह घटना कोच्चि-मुंबई उड़ान के लिए चेक-इन प्रक्रिया के दौरान हुई, जो सुबह करीब छह बजे उड़ान भरने वाली थी। लंबे समय तक सामान की चेकिंग के कारण परेशान महिला ने कहा कि उसके सामान में बम था और इसके बाद उसके सामान की जांच प्रक्रिया तेज कर दी गई और परिणामस्वरूप, जिस उड़ान से उसे यात्रा करनी थी, उसके निर्धारित प्रस्थान में लगभग एक घंटे की देरी हुई।
एक सप्ताह से भी कम समय में हवाईअड्डे पर यह दूसरी ऐसी घटना थी। 28 जुलाई को, एक 55 वर्षीय यात्री ने कथित तौर पर दावा किया था कि कोचीन अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर एक उड़ान में चढ़ने के लिए सुरक्षा प्रक्रिया का इंतजार करते समय एक अन्य यात्री के सामान में बम था।
नेदुंबसेरी पुलिस ने उस समय कहा था, “ऐसा लगता है, जैसे वह लंबी सुरक्षा प्रक्रियाओं के कारण परेशान थी। सुरक्षा जांच का इंतजार करते समय उसने कहा कि एक अन्य व्यक्ति के सामान में बम है।” हवाई अड्डे के अधिकारियों ने जांच करने के बाद उस व्यक्ति के दावे को झूठा पाया और उसे केरल पुलिस को सौंप दिया, जिसने बाद में उसकी गिरफ्तारी दर्ज की और फिर उसे स्टेशन जमानत पर रिहा कर दिया।