क्या भाजपा के वार्ड का संगठन विद्यावती तृतीय के पूर्व के इतिहास को बदल पायेगा ?

Lucknow

(www.arya-tv.com)पुरानी कहावत है कि दूध का जला छाछ भी फूँक फूँक कर पीता है। पूर्व की बात करें तो वर्ष 2012 में और वर्ष 2017 में विद्यावती तृतीय का इतिहास भाजपा के पक्ष में नहीं रहा है। कम मतों से ही पर भाजपा को इस वार्ड में सफलता नहीं हासिल हो पायी। इसका कारण किसी से छिपा नहीं है। साफ कारण रहा प्रत्याशी का सही चुनाव जो पार्टी से उनकी कमजोर कड़ी को बताता है। पुराने जानकार बताते हैं कि इस वार्ड में भाजपा के वार्ड अध्यक्ष सुनील शर्मा ने बहुत मेहनत से संगठन के लिए काम किया संगठन को घरों तक पहुंचाया पर फिर भी सीट निकाल नहीं पाये। ऐसा क्यों हुआ इस पर विचार करने की आवश्यकता है। जो ​प्रत्याशी टिकट पाया वो वहां के स्थानीय नेता से कमजोर ही साबित हुआ। इस पर जब सुनील से बात की गई तो उनका साफ कहना है कि जनता के मन को जान नहीं सकता है। संगठन अपना काम करता है जनता काम के आधार पर अपने नेता को चुनती है। पर बात तो उनकी ही पार्टी का वार्ड में परचम लहरायेगा। संगठन जिस व्यक्ति को प्रत्याशी के रूप में टिकट देती है उसको लड़ाया जायेगा। इस बार क्षेत्र के समीकरण अलग हैं।