अयोध्या में योगी के 4.30 घंटे: रामलला के दर्शन किए, पैदल लिया जन्मभूमि पथ का जायजा

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(www.arya-tv.com) मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रविवार सुबह अयोध्या पहुंचे। यहां उन्होंने सबसे पहले हनुमानगढ़ी के दर्शन-पूजन किए। इसके बाद सीएम ने रामलला के दर्शन, आरती और परिक्रमा की। सीएम ने राम मंदिर निर्माण की प्रगति भी जानी। इसके बाद टेढ़ी बाजार के पार्किंग और व्यवसायिक कॉम्प्लेक्स का निरीक्षण करने पहुंचे। सीएम योगी अयोध्या में 4.30 घंटे रहे।

जहां उन्होंने पूर्वी व्यवसायिक कॉम्प्लेक्स में लोअर ग्राउंड की दुकानों का निरीक्षण किया। उन्होंने रेलवे क्रासिंग 111बी के एप्रोच रोड को लेकर सवाल किया, कहा, ”जाम तो नहीं लगेगा।” ADA वीसी विशाल सिंह ने बताया कि चौराहा बड़ा बनाने की योजना पहले बना ली गई है।

इससे पहले सीएम मणिराम दास छावनी पहुंचे, जहां राम जन्मभूमि ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपालदास से मुलाकात की। बता दें नृत्य गोपालदास लंबे समय से बीमार चल रहे हैं। सीएम का साल 2023 में अयोध्या में पहला दौरा है। इससे पहले 27 नवंबर 2022 को यहां आए थे।

रामलला के दर्शन करने के बाद सीएम रामजन्म भूमि परिसर से पैदल ही जन्मभूमि पथ पहुंचे। जहां जन्मभूमि पथ पर लगाए गए मार्ग के डिस्प्ले का जायजा लिया। इसके बाद अधिकारियों से लगाए जा रहे पत्थरों की गुणवत्ता और आपूर्ति के बारे में जानकारी ली।

रामलला भवन का सीएम ने किया लोकार्पण

रामलला के दर्शन करने के बाद सीएम रामजन्म भूमि परिसर से पैदल ही जन्मभूमि पथ पहुंचे। जहां जन्मभूमि पथ पर लगाए गए मार्ग के डिस्प्ले का जायजा लिया। इसके बाद अधिकारियों से लगाए जा रहे पत्थरों की गुणवत्ता और आपूर्ति के बारे में जानकारी ली।

अशर्फी भवन में सीएम ने निर्मित श्री राम क्रतु स्तम्भ एवं श्री रामलला भवन के लोकार्पण किया। सीएम ने कहा कि राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण से पहले यहां राम कोट के निर्माण का भव्य कार्यक्रम हुआ है। कलयुग में नाम का केवल महत्व है। भगवान का नाम लिखने से उसका 100 गुना अधिक पुण्य मिलता है, लेकिन इस श्रीराम क्रतु स्तम्भ पर 28 कोटि नाम संरक्षित किया गया है। जो अनंत काल तक याद रहेगा।

श्री रामलला भवन को लेकर सीएम ने कहा, ”राम मंदिर निर्माण से पहले यहां भव्य भवन का निर्माण कर दिया गया है, जो अद्भुत है। यह पहल सभी को करना चाहिए। ताकि कोई भी श्रद्धालु अयोध्या आए, तो उसे अयोध्या के अनुरूप सुविधाएं मिलें। जो यहां रुक कर प्रभु का नाम स्मरण करना चाहे, या फिर साधना करना चाहे तो ऐसी सुविधा राम नगरी में मिल सके।”