(www.arya-tv.com) लखनऊ में ठाकुरगंज थाने से चंद कदम दूरी पर बर्तन व्यापारी के घर हुई लूटपाट मामले में पुलिस को एक करीबी की तलाश है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक उसने ही एक सब्जी विक्रेता के साथ मिलकर पूरी लूट की घटना की प्लानिंग की थी। जो पिछले करीब एक महीने से व्यापारी और उसके घर पर नजर रखे था।
पुलिस की सात टीमों के साथ सर्विलांस टीम तीन लुटेरों के साथ मास्टर माइंड समेत सात लोगों की तलाश कर रही है। जिनके इस घटना में शामिल होने के अभी तक सबूत मिले हैं।
मास्टर माइंड घर के बाहर से दे रहा था पल-पल की जानकारी
लूटपाट की शिकार राजकुमारी के मुताबिक घर में घुसे बदमाश किसी से लगातार फोन पर बात कर रहे थे। जो घर में आने-जाने वालों के साथ ही सड़क से गुजरने वालों की जानकारी दे रहा था। उस युवक ने ही बेटे के मंदिर से आने की उनको जानकारी दी। जिसके बाद उन लोगों ने कहा तुम पैसे और जेवर नहीं बताओगी तो तुम्हारा बेटा बताएगा। बेटे के आने के बाद उन लोगों ने उसको भी पकड़ लिया और मारपीट कर घर में रखे जेवर और नकदी लूट कर चले गए।
दुकान के सामने ठेला लगाने वाले सब्जी विक्रेता की तलाश
पुलिस के मुताबिक अश्वनी को घटना से पहले उनकी दुकान के सामने ठेला लगाने वाले ने फोन किया था। अश्वनी की मां के फोन उठाने पर अश्वनी की लोकेशन पूछने के साथ दुकान खोलने की जानकारी ली। जिसके चलते सब्जी विक्रेता संदेह के घेरे में है। सब्जी विक्रेता से जुड़े लोगों से पूछताछ शुरू कर दी गई है। साथ ही व्यापारी के मोबाइल समेत घटना स्थल पर एक्टिव मोबाइल डेटा भी खंगाला जा रहा है। जिससे लुटेरों के लगातार संपर्क करने वाले के विषय में जानकारी की जा सके।
बर्तन व्यापारी के घर का दरवाजा खुला देखकर अंदर घुसे थे बदमाश
ठाकुरगंज थाना क्षेत्र स्थित नेपियर रोड कालोनी निवासी अश्वनी के घर गुरुवार दोपहर बाद तीन नकाब पोश बदमाश घुसे थे। उसके बाद उनकी मां राजकुमारी को बंधक बनाया। साथ ही अश्वनी के घर लौटने पर उनको भी पकड़ लिया और लूटपाट की घटना को अंजाम दिया।
दो घंटे तक बुजुर्ग महिला और उसके दिव्यांग बेटे को बनाया बंधक
घटना के वक्त घर में अश्वनी रस्तोगी और उनकी मां राजकुमारी घर पर थी। गुरुवार के चलते अमीनाबाद होने के चलते वह भी अपनी बर्तन की दुकान पर नहीं गए थे। बदमाश घर में करीब 11.45 बजे दाखिल हुए और करीब 1.45 बजे घर की बाहर से कुंडी लगाकर भाग गए। जिसके बाद किसी तरह रस्सी खोलकर दरवाजा खिड़की से हाथ डालकर खोला।
इसके बाद बहनोई अभिषेक रस्तोगी को सूचना दी। जिन्होंने पुलिस को बताया। अश्वनी की पत्नी प्रियंका की बीमारी के चलते 2016 में और 2019 में उनके पिता जगदीश प्रसाद की भी मौत हो गई थी। बहनों की शादी के बाद से दोनों मां-बेटे घर में अकेले रहते थे। अश्वनी दिव्यांग है। इसके चलते वह लुटेरों का विरोध भी नहीं कर सका।
CCTV में कैद हुए बदमाश, टीबी अस्पताल की तरफ भागे
दिन दहाड़े सनसनीखेज लूट की वारदात की जानकारी होते ही डीसीपी पश्चिम एस चनप्पा, ठाकुरगंज पुलिस और चौक थाने की पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। पीड़ित परिवार से बात करने के साथ आसपास के लगे CCTV खंगाले।
सूत्रों के मुताबिक आस-पास लगे CCTV की फुटेज में तीन संदिग्ध पैदल जाते दिखाई दिए हैं। पुलिस का कहना है कि संदिग्ध युवकों की तलाश की जा रही है। वहीं, खोजी कुत्ता टीबी अस्पताल तक जाकर लौट आया। इससे साफ है लुटेरे उधर की ही तरफ भागे। पुलिस घटना स्थल की तरफ आने जाने वाले CCTV खंगाल रही है।