सीर गोवर्धनपुर में आज से मिनी पंजाब का नजारा

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वाराणसी (www.arya-tv.com) धर्म-आध्‍यात्‍म और मोक्ष नगरी होने के साथ ही काशी संतों और गुरुओं की भी नगरी है। इसी कड़ी में संत रविदास जयंती के मौके पर संत रविदास की जन्‍म स्‍थली सीर गोवर्धनपुर भी इन दिनों रैदासियों के आगमन से मिनी पंजाब बन गई है। पंजाब से आने वाले श्रद्धालुओं का जत्‍था भी कोरोना संक्रमण के खतरों के बीच कम ही आ रहा है। लेकिन सुरक्षा और सतर्कता बरतते हुए सीर गोवर्धनपुर में गुरु के चरणों में अपनी श्रद्धा दिखाते हुए भजन कीर्तन का अनवरत क्रम जारी है।

संत रविदास जयंती में शामिल होने के लिए पंजाब से संत निरंजन दास का काशी आगमन लाल बहादुर शास्‍त्री अंतरराष्‍ट्रीय एयरपोर्ट पर पंजाब से आज दोपहर बाद पहुंच रहे हैं। जालंधर के डेरा सच्चा बल्लखंड के गद्दीनशीन और गुरु रविदास जन्म स्थान पब्लिक चैरिटेबल ट्रस्ट के चेयरमैन संत निरंजन दास के साथ बहुत से रैदासी भी पंजाब से सीरगोवर्धनपुर पहुंच रहे हैं। वहीं संत रविदास मंदिर राजघाट में पूर्व लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार भी संत रविदास के जन्‍मोत्‍सव पर लंगर और पूजन के कार्यक्रम में हिस्‍सा लेने गुरुवार को पहुंच रही हैं।

गुरुचरणों में सप्‍ताह भर से अनवरत लंगर का दौर भी शुरू हो चुका है। रैदासियों के कल्‍पवास से लेकर जयंती समारोह में सेवा और भजन कीर्तन के साथ ही गुरु क्षेत्र की सेवा आस्‍था का मेला देखते ही बन रहा है। मेले में आस्‍थावानों की भीड़ के साथ ही रैदासियों के आगमन और जालंधर के डेरा सच्‍चा बल्‍लखंड के आस्‍थावानों से गुलजार काशी का सीर गोवर्धनपुर क्षेत्र इन दिनों मिनी पंजाब नजर आने लगा है। वहीं मेला क्षेत्र में संत निरंजन दास के आगमन को देखते हुए सुरक्षा भी बढ़ा दी गई है। हालांकि पूर्व में डेरा सच्‍चा बल्‍लखंड के अनुयायी और रैदासियों को लेकर आने वाली ट्रेन बेगमपुरा एक्‍सप्रेस इस बार कोरोना संक्रमण को देखते हुए रद है, ऐसे में पंजाब से आने वाले रैदासियों को सीर गोवर्धनपुर तक आने में काफी दुश्‍वारियों का भी सामना करना पड़ रहा है।

आस्‍थावानों का लगता है जमावड़ा

पूर्व के वर्षों में पीएम नरेंद्र मोदी, मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ सहित कई राजनैतिक हस्तियों ने गुरु चरणों में अपना सिर नवाया है। इस बार कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी भी आयोजन में शिरकत करने पहुंच रही हैं। वहीं कोरोना संक्रमण के खतरों को देखते हुए इस बार विदेश से आने वाले रैदासी और डेरा सच्‍चा बल्‍लखंड से जुड़े विदेशी अनुयायी सीि‍मित संख्‍या में ही शामिल होने आ रहे हैं।