(www.arya-tv.com) उत्तर प्रदेश में बारांबकी में जिला अस्पताल में स्वास्थ व्यवस्था का बहुत ही बुरा हाल है। यहां हालात इतने खराब है। कि हॉस्पिटल के इमरजेंसी में मरीजों का इलाज अंधेरे में मोबाइल की टॉर्च जलाकर किया जा रहा है। ये हाल तब है। जब बारांबकी जिला अस्पताल का कई बार डिप्टी सीएम और स्वास्थ्य मंत्री बृजेश पाठक तीन बार औचक निरीक्षण कर चुके हैं।
डिप्टी सीएम को निरीक्षण के दौरान यहां अव्यवस्थाएं मिली थी । इसके बाद उन्होंने अस्पताल प्रशासन को इसे दुरस्त करने के आदेश दिए थे। लेकिन फिर भी हालात नहीं सुधर रहे हैं। इन अव्यवस्थाओं की वजह से मरीजों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। जिला अस्पताल में बिजली की काफी ज्यादा समस्या रहती है।
जिला अस्पताल में बिजली की समस्या आम
यहां आए दिन रात में बिजली गुल हो जाती है। इससे निपटने के लिए जनरेटर की व्यवस्था है। लेकिन ये कभी चलता है। और कभी किसी की कमी की वजह से नहीं चालू हो पाता है। इस वजह से अस्पताल अंधेरे में डूब जाता है। अस्पताल के ट्रामा सेंटर इमरजेंसी भी इस दौरान हालात काफी बिगड़ जाते हैं। बिजली जाने के बाद डॉक्टर अंधेरे में ही इमरजेंसी में आने वाले मरीजों का इलाज करते हैं। अब इस लापरवाही की तस्वीर भी सामने आई है।
अव्यवस्थाओं का कब होगा समाधान?
इन अव्यवस्थाओं के बारे में स्वास्थ्य अधिकारियों को जानकारी है, लेकिन वे समस्याओं को दुरुस्त नहीं करवा पा रहें हैं, जिसके चलते अस्पता के स्टाफ को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। वहीं मरीजों का भी इस वजह से पूरी तरह से इलाज नहीं हो पाता है। यूपी सरकार लोगों को स्वास्थ सुविधा उपलब्ध कराने के लिए करोड़ों का बजट बनाती है।
लेकिन बारांबकी के जिला अस्पताल की हालत ये बताती है। बाराबंकी में आया दलितों के धर्मांतरण का मामला, हिंदू संगठन ने ईसाई परिवार पर लगाया आरोप कि ये दावे खोखले साबित हो रहे हैं।बाराबंकी में जिला अस्पताल सहित कई सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में अव्यवस्थाओं का आलम है।