पूर्व IPS अमिताभ ठाकुर ने ‘अधिकार सेना’ दल बनाने पर मांगे सुझाव

Lucknow

(www.arya-tv.com)12 दिन पहले 14 अगस्त को योगी आदित्यनाथ के खिलाफ चुनाव लड़ने का ऐलान करने वाले जबरिया रिटायर किए गए आईपीएस अमिताभ ठाकुर अब राजनीतिक दल बनाएंगे। अमिताभ ठाकुर ने बताया कि एक नए राजनीतिक दल के गठन की घोषणा कर रहा हूं। उन्होंने वीडियो बयान जारी करते हुए कहा कि तमाम सहयोगियों और शुभचिंतकों वह जानकार लोगों के द्वारा सुझाव और चर्चा के बाद विचार-विमर्श कर नए राजनीतिक दल के गठन का निर्णय कल किया है। अमिताभ ठाकुर ने राजनीतिक दल का नाम ‘अधिकार सेना’ प्रस्तावित करते अपने सहयोगी से पार्टी के नाम, उद्देश्य, स्वरुप के संबंध में शीघ्र सुझाव देने का निवेदन किया है।

सहयोगियों के सुझाव पर लिया फैसला, कोई और नाम भी हो सकता है
उत्तर प्रदेश में अपने कार्य शैली से चर्चित रहने वाले पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर दैनिक भास्कर से बातचीत करते हुए बताया कि सहयोगी किसी भी राजनीतिक दल के उद्देश्य से संतुष्ट और सहमत नहीं हैं। ऐसे में हमारे अपने सहयोगियों से हुई वार्ता के दौरान यह प्रस्ताव पारित किया गया कि, एक राजनीतिक दल का गठन किया जाएगा। सहयोगियों के सुझाव और वार्ता के बाद हमारे द्वारा ‘अधिकार सेना’ राजनीतिक दल का नाम प्रस्तावित किया गया है। अन्य कोई नाम राजनीतिक दल हो सकता है इस पर भी अपने सहयोगियों से सुझाव मांगे गए हैं।

कौन हैं अमिताभ ठाकुर?
अमिताभ ठाकुर 1992 बैच के आईपीएस अफसर रहे हैं। बतौर ASP उनकी पहली पोस्टिंग गोरखपुर में हुई थी। उसके बाद उन्होंने बतौर SP पहली पोस्टिंग पिथौरागढ़ में मिली। इसके बाद वे उत्तर प्रदेश के कई जिलों में भी तैनात रहे। अमिताभ की पत्नी डॉक्टर नूतन ठाकुर सोशल एक्टिविस्ट हैं। 23 मार्च 2021 को गृह मंत्रालय के द्वारा अमिताभ ठाकुर को जबरन रिटायर कर दिया गया था।

मुलायम सिंह यादव के खिलाफ दर्ज कराया था केस बात 10 जुलाई 2015 की है। IPS अमिताभ ठाकुर ने आरोप लगाया था कि उन्हें मुलायम सिंह यादव ने फोन कर धमकाया और सुधर जाने की नसीहत दी। अमिताभ ने पूरी धमकी को रिकार्ड कर लिया था और सार्वजनिक कर दिया था। वायरल ऑडियो में मुलायम सिंह यादव ने कहा था कि पिछली बार से ज्यादा बुरी गत बनाऊंगा। सुधर जाओ। इस संबंध में तब अमिताभ ने 24 सितंबर 2015 को हजरतगंज कोतवाली में मुलायम के खिलाफ केस दर्ज कराया था।

बाद में मुलायम सिंह ने स्वीकार किया था कि उन्होंने ही अमिताभ को फोन किया था, लेकिन धमकाने की मंशा नहीं थी। इसी वाकये के बाद अमिताभ पर रेप का आरोप लगा और उन्हें निलंबित भी होना पड़ा था। इस तरह पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर के कई किस्से हैं जो उन्हें चर्चा में लेकर आए। वे योगी सरकार में भी कानून व्यवस्था और अन्य मुद्दों पर मुखर होते रहे हैं।