(www.arya-tv.com) मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि मेडिकल स्क्रीनिंग, एम्बुलेंस सेवा तथा सर्विलांस गतिविधियों के सम्बन्ध में राजधानी तथा सभी जिलों मे एकीकृत कमाण्ड सेन्टर बनाए जाएं। इनका संचालन राहत आयुक्त कार्यालय में लागू व्यवस्था की तर्ज पर किया जाए।
मुख्यमंत्री ने टीम 11 के साथ बैठक में यह निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कन्टेनमेंट जोन में निगरानी के लिए ड्रोन कैमरे का उपयोग किया जाए। शनिवार तथा रविवार को संचालित होने वाले विशेष स्वच्छता एवं सेनिटाइजेशन अभियान के कार्यों को परखने के लिए भी ड्रोन कैमरों का इस्तेमाल किया जाए।
मुख्यमंत्री ने शहरी क्षेत्रों में सर्विलांस टीम द्वारा घर-घर जाकर सर्वे के माध्यम से मेडिकल स्क्रीनिंग कराए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सर्विलांस टीमों को पूरी तरह सक्रिय रखा जाए। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि 25 लाख से कम जनसंख्या वाले जिलों में न्यूनतम 500 रैपिड एन्टीजन टेस्ट प्रतिदिन तथा 25 लाख से अधिक आबादी वाले जिलों में प्रत्येक दिन कम से कम 1 हजार रैपिड एन्टीजन टेस्ट किए जाएं।
इसके लिए स्वास्थ्य विभाग छोटे जनपदों में 5 हजार तथा बड़े जनपदों में 10 हजार टेस्टिंग किट की उपलब्धता हमेशा बनाए रखे। सर्विलांस टीम के सर्वे में संक्रमण की दृष्टि से संदिग्ध पाए जाने वाले व्यक्तियों का रैपिड एन्टीजन टेस्ट किया जाए। टेस्ट में संक्रमित होने की दशा में उन्हें यथाशीघ्र कोविड अस्पताल भेजा जाए। उन्होंने स्पष्ट किया कि इस कार्य में सम्बन्धित जिलाधिकारी तथा मुख्य चिकित्सा अधिकारी की जवाबदेही तय की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अपर मुख्य सचिव,प्रमुख सचिव,सचिव स्तर के अधिकारी अपने-अपने प्रभार वाले जिलों में स्वच्छता सम्बन्धी गतिविधियों में तेजी लाएं।