विकास दुबे केस: पुलिस पर गोलियां चलाने से पहले जेसीबी लगाकर रास्ता रोकने वाला ड्राइवर गिरफ्तार, खोले कई राज

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(www.arya-tv.com) कानपुर में 2 जुलाई की रात जो जेसीबी लगाकर पुलिस का रास्ता रोका गया था, उसके ड्राइवर राहुल पाल को पुलिस ने गुरुवार देर रात गिरफ्तार कर लिया। उसने पुलिस को बताया कि जेसीबी लगाने के बाद जाना चाहता था तब विकास ने कहा था कि आज कुछ और नजारा देखने को मिलेगा।

नारेपुरवा शिवली निवासी राहुल ने बताया कि वह प्रेम प्रकाश पाण्डेय और विकास दुबे के सम्पर्क में था। प्रेम प्रकाश के कहने पर गांव के बाहर जंगलों की कटाई कर रहा था। वहां की जमीन पर विकास दुबे को कब्जा करना था। लगभग 100 बीघा जमीन पर वह कब्जा कर भी चुका था। राहुल पाल के मुताबिक, घटना वाले दिन देर शाम से वह प्रेम प्रकाश के साथ मिलकर जंगल की कटाई कर रहा था। रात करीब 9 बजे विकास ने प्रेम प्रकाश को फोन किया और कहा कि आज प्रशासन से गोली चलनी है। जेसीबी लेकर गांव आ जाओ। इसके बाद प्रेम प्रकाश ने राहुल से जेसीबी विकास के दरवाजे पर लगाने को कहा।

गाली देकर तिरछी कराई जेसीबी 
राहुल ने पुलिस को बताया कि जब वह जेसीबी लेकर विकास दुबे के घर पर पहुंचा तो मुख्य द्वार पर सीधी लगा दी। इस दौरान विकास दुबे छत पर खड़ा था। उसने छत से ही चिल्लाकर राहुल को गाली दी और जेसीबी तिरछी लगाने को कहा था। तब प्रेम प्रकाश ने उसे डायरेक्शन बताकर जेसीबी को तिरछा खड़ा कराया। उस वक्त प्रभात, अमर, बउवन भी वहां मौजूद थे।

आज दूसरा नजारा देखने को मिलेगा
राहुल ने पुलिस को बताया कि जेसीबी खड़ी करने के बाद वह वहां से जाने लगा। तब विकास ने उससे कहा, कहां जा रहा है। रुक जा, आज तुझे एक दूसरा नजारा देखने को मिलेगा। राहुल रुक गया। उसके बाद जब पुलिस पहुंची तो सब लोगों ने फायरिंग शुरू कर दी। वह मंजर देखकर राहुल डर गया और छिप गया। फायरिंग बंद हुई तो वह मौका देखकर बिकरू से भाग निकला। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि जांच की जा रही है कि राहुल ने फायरिंग की थी या नहीं।

गलत चालक के नाम एफआईआर 
बिकरू कांड के बाद दर्ज एफआईआर में जेसीबी चालक का नाम मोनू दर्ज था। वह दूसरा जेसीबी चालक था। जब इस मामले में जांच की गई तो राहुल पाल का नाम सामने आया जिसने जेसीबी वहां खड़ी की थी। एसएसपी दिनेश कुमार पी ने बताया कि विकास के यहां ज्यादातर लोग मोनू को जानते थे। दूसरा चालक भी है इसके बारे में कम लोगों को पता था। मोनू घटना से कुछ दिन पूर्व छुट्टी पर चला गया था। जांच के बाद पता चला कि असली आरोपित राहुल पाल है। इस कारण उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। एफआईआर में नाम संशोधित कराया जाएगा।