11 फरवरी को 9 लोग एक साथ जेल पहुंचे, 13 दिन बाद उमेश पाल की हत्या हुई

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(www.arya-tv.com) अशरफ से मुलाकात के लिए 11 फरवरी की अतीक अहमद का बेटा असद और गुड्डू मुस्लिम बरेली सेंट्रल जेल पहुंचे थे। इस मुलाकात के 13 दिन बाद 24 फरवरी को प्रयागराज में उमेश पाल की हत्या कर दी गई।

इस मुलाकात का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। दावा किया जा रहा है कि जेल के CCTV में उमेश हत्याकांड में शामिल 6 आरोपी नजर आ रहे हैं, जो अशरफ से मिले थे और मर्डर का प्लान बना। इस दिन 9 लोगों ने अतीक के भाई अशरफ से मुलाकात की थी।

बरेली के SSP प्रभाकर चौधरी ने कहा, “एक फुटेज सोशल मीडिया पर चल रहा है। यह पुराना है और बरेली जेल से संबंधित बताया गया है। फुटेज फोरेंसिक जांच के लिए भेजा जा चुका है।”

अशरफ और आरोपियों की मुलाकात के CCTV पर 3 दावे

1. 2 घंटे तक चली मुलाकात: दावा किया जा रहा है कि अशरफ से असद और दूसरे आरोपियों की मुलाकात 2 घंटे चली थी। मुलाकात के लिए अतीक के बेटे असद की ID का इस्तेमाल हुआ।

2. जेल में कोई एंट्री दर्ज नहीं हुई, सीधे मुलाकात: वीडियो जेल के मेन एंट्री गेट का बताया जा रहा है। 2 मिनट 10 सेकेंड के इस वीडियो में जेल के कॉन्स्टेबल सामान को रखते हुए नजर आते हैं। गेट से 9 शूटर्स अचानक दाखिल होते हैं। उनकी मुलाकाती रजिस्टर पर एंट्री नहीं कराई जाती है। न ही हाथ पर जेल मुहर लगाई जाती है।

3. उमेश पाल मर्डर के 5 आरोपी मिले: बताया जा रहा है कि अशरफ से जेल में उसके साले सद्दाम, भतीजे असद, लल्लागद्दी, उमेश पाल हत्याकांड का शूटर गुलाम, विजय चौधरी उर्फ उस्मान और गुड्‌डू मुस्लिम मिलने पहुंचे थे। इनमें लल्लागद्दी को छोड़कर बाकी उमेश मर्डर के आरोपी हैं।

उमेश मर्डर केस में 9 आरोपी थे, 4 का एनकाउंटर और 2 की हत्या

उमेश मर्डर केस में अतीक अहमद, अशरफ, शाइस्ता, अतीक के दो बेटे, गुड्‌डू मुस्लिम, गुलाम समेत 9 अन्य के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। असद, अरबाज, विजय उर्फ उस्मान चौधरी और गुलाम मोहम्मद का एनकाउंटर किया जा चुका है। अतीक और अशरफ की 15 अप्रैल को प्रयागराज में हत्या कर दी गई थी।

बरेली जेल में अशरफ को VIP ट्रीटमेंट, मुलाकातियों का रिकॉर्ड नहीं..अहम पॉइंट

  • अशरफ बरेली जेल में जुलाई 2020 से कैद था। इसके पहले अतीक भी 2019 में बरेली जेल में बंद रहा चुका था। उसे देवरिया जेल से यहां शिफ्ट किया गया था। बाद में अतीक को नैनी और फिर गुजरात की साबरमती जेल भेजा गया था।
  • उमेश पाल हत्याकांड की जांच STF ने शुरू की तो एक आरोपी को प्रयागराज में पकड़ा गया। पूछताछ में खुलासा हुआ कि बरेली जेल से वॉट्सऐप कॉल की गई। वहां इसकी प्लानिंग बनी। जांच हुई तो उमेश हत्याकांड से 13 दिन पहले अतीक के बेटे असद और कुछ शूटर्स से अशरफ से मिलने की बात सामने आई।
  • 7 मार्च को बरेली पुलिस ने जेल के सिपाही शिवहरि और कैंटीन में सामान पहुंचाने वाले दयाराम को अरेस्ट किया। 13 मार्च को शासन ने बरेली जेल के जेलर आरके मिश्रा, डिप्टी जेलर दुर्गेश प्रताप, जेल वार्डन समेत 5 लोगों को सस्पेंड किया।
  • निलंबित लोगों पर आरोप है कि अशरफ से मिलने वालों को खुली छूट दी। पैसे लेकर मुलाकात कराते थे। CCTV कैमरों की जांच नहीं की। तय स्थान पर मुलाकात न कराकर दूसरे स्थान पर मिलवाए गए। जांच में पाया गया कि अतीक के भाई अशरफ को VIP फैसिलिटी दी गईं। एक ID पर 9 लोग मिलते थे। इसका कोई रिकॉर्ड नहीं रखा।
  • बरेली जेल में जेल सिपाही से लेकर अधीक्षक तक 8 कर्मचारियों और अधिकारियों पर कार्रवाई हुई। इनमें जेल अधीक्षक राजीव शुक्ला, जेलर, डिप्टी जेलर, जेल के वार्डन और जेल के 2 सिपाही शामिल हैं। इन आठों को अभी तक निलंबित किया गया है।